चंद्रपुर जिले के चिमूर शहर की दिल दहला देने वाली घटना
चंद्रपुर जिले के चिमूर शहर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। पुलिस स्टेशन के ठीक सामने एक नवजात शिशु का क्षत-विक्षत शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। यह घटना शनिवार रात करीब 8 बजे की बताई जा रही है।
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रात के अंधेरे में हुआ खुलासा
राष्ट्रीय राजमार्ग 353 ई के पास स्थित चिमूर पुलिस स्टेशन के सामने कुछ लोगों ने सड़क किनारे एक अज्ञात वस्तु पड़ी देखी। जब पास जाकर देखा तो वह 9 महीने का मृत शिशु था, जिसका शरीर पूरी तरह क्षतिग्रस्त था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
कुत्तों के हमले का शक
शिशु के शरीर की हालत देखकर पुलिस को शक है कि किसी ने उसे जानबूझकर यहां फेंक दिया और मवेशी या आवारा कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया। शिशु का पैर और छाती का निचला हिस्सा बुरी तरह से नोचा गया था, जबकि सिर और पैर सुरक्षित थे।
CCTV कैमरा बना बड़ा सवाल
पुलिस स्टेशन के सामने लगे सीसीटीवी कैमरे में इस पूरी घटना के कैद होने की संभावना जताई जा रही थी। लेकिन जब स्थानीय नागरिकों से जानकारी ली गई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ—पुलिस स्टेशन का सीसीटीवी कैमरा कई महीनों से बंद पड़ा है! ऐसे में यह रहस्य और गहरा गया है कि आखिर उस निर्दोष शिशु को वहां किसने और क्यों फेंका?
मां की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस को शक है कि यह मामला किसी अविवाहित मां से जुड़ा हो सकता है, जिसने लोकलाज के डर से अपने नवजात को मरने के लिए फेंक दिया। लेकिन बिना सीसीटीवी फुटेज के आरोपी तक पहुंचना पुलिस के लिए मुश्किल साबित हो सकता है।
पुलिस जांच में जुटी
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस निरीक्षक संतोष बाकल के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस निरीक्षक मल्हारी ताळीकोटे ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस अब आस-पास के इलाके में लगे अन्य सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने, गवाहों के बयान दर्ज करने और हाल ही में प्रसूता हुई महिलाओं की सूची तैयार करने में जुटी है।
क्या मिलेगा इस मासूम को न्याय?
इस हृदयविदारक घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। सवाल यह है कि क्या पुलिस इस निर्दोष शिशु को फेंकने वाले दोषी तक पहुंच पाएगी? क्या सच सामने आएगा, या मामला अनसुलझी गुत्थी बनकर रह जाएगा?