18 lakh bridge washed away: daily distribution of 22 thousand tonnes of coal stalled wcl wani area, WCL CMD visited
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कल मंगलवार की दोपहर में वेकोलि CMD ने की वणी क्षेत्र अधिकारियों के समक्ष क्षतिग्रस्त पुलिया का मुआइना
चंद्रपुर : घुग्घुस-मुंगोलि वर्धा नदी के दोनों पुल क्षतिग्रस्त (Both the bridges of Ghugus-Mungoli Wardha river damaged) होने के कारण वेकोलि (Wcl wani area) को हो रहा है करोड़ रुपये का नुकसान, गत दिनों हुई बेमौसम बारिश के चलते नदी-नालों में लबालब पानी भर गया। अचानक 3 मई को डैम से वर्धा नदी में पानी छोड़ा गया। रात करीब 7 बजे के दौरान पानी के तेज बहाव के कारण यहां बना अस्थायी पुल, पाईप के साथ बह गया। इस पुल को वेकोलि ने 18 लाख 78 हजार रुपए खर्च कर घुग्घुस-मुंगोली को जोड़ने के लिए बनाया था। पुल के दोनों ओर मुंगोली, पैनगंगा, कोलगांव कोयला खदानों से कोयला भरकर घुग्घुस के रेलवे साइडिंग पर आने वाले कोयले से भरी और खाली वाहनों की कतारें लग गई थी।
अब बीते 6 दिनों से वेकोलि वणी क्षेत्र के मुंगोली, पैनगंगा, कोलगांव आदि खदानों से रोज़ाना की जाने वाली लाखों टन कोयले का परिवहन थम गया है। घुग्घुस स्थित न्यू तथा ओल्ड रेलवे साइडिंग और रोडसेल, कोल वाशरिज मिलाकर करीब 22 हजार टन कोयले का वितरण (Dispatch) किया जाता हैं। यह कोयला राज्य के अलावा अन्य राज्यों के बिजलीघर व क्षेत्र के उद्योगों को भेजा जाता हैं।वह अब पूरी तरह से बंद हैं। इससे वेकोलि को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। वेकोलि सूत्रों के अनुसार हाल ही में घुग्घुस-मुंगोली वर्धा नदी पर वेकोलि व सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) के बीच करार हुआ था कि अब 57 करोड़ रुपए की लागत से इस नदी पर एक नया पुल का निर्माण किया जाएगा।
5 माह पूर्व अर्थात दिसंबर 2022 में घुग्घुस के वर्धा नदी पर स्थित मुंगोली पुलिया के 9 पिलरों में से 5 वें क्रमांक का पिलर एक ओर झुक गया था।
29 वर्ष पूर्व वर्ष 1994 में वेकोलि वणी क्षेत्र के मुंगोली खदान शुरू किया गया था। इस खदान से निकलने वाले हजारों टन कोयले के परिवहन हेतु नकोड़ा गांव के छोर पर वर्धा नदी के तट पर 9 पिलरों वाला लगभग 500 मीटर से अधिक लंबाई के पुल का निर्माण किया गया था। गत वर्ष लगातार हुई भारी बारिश चलते वर्धा नदी उफान पर थी। महज 2 महीने में ही चार बार इस पुलिया के ऊपर से करीब 2 मीटर तक पानी बहता रहा। इसके कारण यह मार्ग बंद रहा, इस दौरान पुलिया के ऊपर का कांक्रीट उखड़कर सरिया बाहर दिखने लगे थे। यह पुलिया 5 महीनों से पूरी तरह से राहगीरों के लिए बंद हैं।
ज्ञात हो कि 8 दिसंबर 2022 को वेकोलि वणी क्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक आभास चंद्र सिंह व मंगोलि के प्रबंधक हनुमंत सालुंखे, संजय वार, सुजीत कुमार पिसरोड़ी आदि ने मुंगोलि पुलिया का निरीक्षण कर वहीं पुलिया के बाजू में के पुराने पुलिया पर करीबन 18 लाख की लागत से नदी पर पाईप डालकर अस्थायी पुलिया का निर्माण किया था। चंद्रपुर- यवतमाल जिलों को जोड़ने वाली घुग्घुस-मुंगोलि की वर्धा नदी पर बना यह पुल बहने से दोनों जिलों के नागरिकों तथा वेकोलि कर्मियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं।
इस संदर्भ में वेकोलि अधिकारियों से बात करने पर उन्होंने बताया है कि नदी में का पानी का बहाव कम होते ही फिर एक बार पुल की मरम्मत कार्य तेजी से शुरू किया जाएगा।
मुंगोली पुल से दुपहिया आवागमन को अनुमति दें
6 गांवों के सरपंचों ने अपनी मांग में कहा है कि मुंगोली पुल से दुपहिया आवागमन को अनुमति दी जाएं। इन गांवों के नागरिकों के लिए घुग्घुस एकमात्र बाजार एवं इलाज का केंद्र है। इसलिए इस पुल से आवागमन बंद होने पर घुग्घुस हजारों नागरिकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मुंगोलि पुल का पिलर झुकने के बाद वेकोलि ने संबंधित विभाग के आदेशानुसार भारी वाहनों समेत दुपहिया व पैदल चलने वाले राहगीरों का भी पुल से आवागमन बंद करवाया। अस्थायी आवागमन के लिए बनाया गया राफ्टर वर्धा नदी के पानी से बह गया। इसके चलते घुग्घुस मुंगोली का संपर्क टूट गया। इसलिए मुख्य पुल की जांच कर इसे दुपहिया व पैदल चलने वाले राहगिरों के लिए खुला किया जाएं। इसकी अनुमति दी जाएं, यह मांग सार्वजनिक बांधकाम विभाग के कार्यकारी अभियंता से मुंगोली, शिवणी, टाकली, सावंगी, चिखली व चिंचोली के सरपंचों ने अपने ज्ञापन के माध्यम से की है। (Chandrapur tak)