राज्य उत्पादन शुल्क अर्थात आबकारी विभाग के जिला अधीक्षक संजय पाटिल समेत इस विभाग के 3 अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक विभाग (Anti Corruption Bureau) ने जाल बिछाकर कार्रवाई की है। घुग्घुस में एक बियर शॉपी को मंजूरी दिलाने के लिए इस विभाग के आला अफसरों ने एक लाख रुपये की रिश्वत फरियादी से मांगी थी। आबकारी अधीक्षक अपने सहयोगी अधिकारियों के जरिये यह राशि घुग्घुस के गोदावरी शराब दुकान के संचालक से स्वीकारने के आरोप में आबकारी विभाग के तीनों अधिकारियों के खिलाफ एन्टी करप्शन विभाग ने कार्रवाई की है। जिनके खिलाफ यह कार्रवाई हुई है उनमें आबकारी विभाग के जिला अधीक्षक संजय पाटिल, दुय्यम निरीक्षक चेतन खारोड़े तथा कार्यालय अधीक्षक अभय ख़ताल का समावेश है। Anti Corruption Bureau ने रिश्वत के 1 लाख रुपए स्वीकारते हुवे इन अफसरों को धर दबोचा। कारवाई के दौरान आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
Whatsapp Channel |
बताया जाता है कि, शिकायतकर्ता घुग्घुस निवासी हैं उनका गोदावरी बार एंड रेस्टोरेंट है, इसी बार संचालक को घुग्घुस में ही एक बियर शॉपी लगानी थी, इसके लिए उन्होंने आबकारी विभाग के पास आवेदन किया था, किंतु इस बियर शॉपी को मंजूर करने के लिए आबकारी विभाग के अधिकारियों ने एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता यह रकम देने के लिए कदापि तैयार नहीं था, अतः उसने इस बात की शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक विभाग के पास की थी।
प्राप्त शिकायत के आधार पर एन्टी करप्शन विभाग ने जाल बिछाया और 7 मई को एसीबी ने दुय्यम निरीक्षक चेतन खारोड़े के कहने पर कार्यालय अधीक्षक अभय ख़ताल को शिकायतकर्ता से एक लाख की रिश्वत लेते पकड़ लिया। यह रकम जिला अधीक्षक संजय पाटिल के ही कहने पर लिए जाने के आरोप में एसीबी ने जिला अधीक्षक संजय पाटिल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई एन्टी करप्शन विभाग की स्थानीय उप अधीक्षक मंजूषा भोसले तथा उनकी टीम द्वारा की गई। इस कार्रवाई से सर्वत्र खलबली मच गई है।