सोमवार, 23 सितंबर 2024 को चंद्रपुर के राधाकृष्ण सभागृह में कांग्रेस की नागपुर क्षेत्रीय समीक्षा बैठक संपन्न हुई। परंतु इस बैठक में उपजा विवाद अब राजनीतिक गलियारों में गूंजने लगा है। क्योंकि इस बैठक में कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्नीथला और प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले के समक्ष ही चंद्रपुर के जिलाध्यक्ष एवं विधायक सुभाष धोटे को भरी सभा में निशाना बनाया गया। अल्पसंख्यक सेल के सोहेल शेख ने तीखे अंजाद में आपत्ति उठाते हुए सुभाष धोटे को चुप करा दिया। सोहेल के हिला डालने वाले बयानों से प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले भी सकते में आ गये। वहीं महिला जिलाध्यक्ष नम्रता ठेमस्कर ने अपने मनोगत में नेताओं को अनुशासन का पाठ याद दिलाया तो मंच पर सन्नाटा छा गया। नम्रता और सोहेल की हिला देने वाली नीति ने कांग्रेस को भितर से झकझोर दिया। इससे न केवल जिलाध्यक्ष सुभाष धोटे की किरकिरी हुई, बल्कि प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले का कांग्रेस के संगठन पर उचित नियंत्रण नहीं होने की बात भी उजागर हो गई। मराठी अखबार लोकमत ने भी इस खबर की दखल लेते हुए इसे अपने समाचारों में जगह दी है।
Whatsapp Channel |
खबरों के अनुसार चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र की प्रस्तुति विवादास्पद रही। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष और विधायक सुभाष धोटे ने चंद्रपुर जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों की प्रस्तुति की। उन्होंने बैठक की जानकारी भी दी। इस दौरान, अल्पसंख्यक सेल का उल्लेख नहीं होने पर सोहेल शेख ने आपत्ति जताई। अध्यक्ष का वक्तव्य पूरा नहीं होने के बावजूद सोहेल शेख ने बार-बार आक्रामक भाषा में हस्तक्षेप किया। आखिरकार, प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन्हें डांटते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पालन करना चाहिए। इसके बाद, जिला महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष (ग्रामीण) नम्रता ठेमस्कर ने अपना विचार व्यक्त किया। उन्होंने महिला आघाड़ी की संगठनात्मक जानकारी दी। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि न केवल कार्यकर्ताओं, बल्कि नेताओं को भी अनुशासन का पालन करना चाहिए, जिससे सभा में सन्नाटा छा गया। परिणामस्वरूप, पटोले ने फिर से अनुशासन की याद दिलाई और ठेमस्कर को अपनी बात समाप्त करने के लिए कहा।
बहरहाल सोहेल और नम्रता के बयानों को लेकर आम कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और साथ-साथ वरिष्ठ नेताओं में भी मंथन शुरू हो गया है। उल्लेखनीय है कि कल तक स्वयं विधायक सुभाष धोटे ही सोहेल शेख की तरफदारी किया करते थे। परंतु अचानक ऐसा क्या हो गया कि सोहेल शेख विधायक धोटे के खिलाफ आक्रामक हो गये और उन्हें सभी कांग्रेसियों के सामने गर्दन झुकाने की नौबत ला दी ?
नम्रता ठेमस्कर के भी जिले के तमाम कांग्रेसी नेताओं से रिश्ते काफी मधूर हैं। ऐसे में नेताओं की खामियां और गलतियों को सार्वजनिक रूप से मंच पर बयां करना कइयों को नागवार गुजरा।
चर्चा तो यह भी है कि सोहेल शेख और नम्रता ठेमस्कर के विवादित बयानों को लेकर अब शीघ्र ही राजनीति में बदलाव का बड़ा बवाल मचेगा। कई ऐसे नये चेहरे हैं जो इनके पदों पर आसिन होने के लिए घात लगाये बैठे हैं। ऐसे में सोहेल और नम्रता की गतिविधियां आगामी दिनों में राजनीतिक समीकरण में फेरबदलाव का संकेत देगी।