भाजपा की महिला प्रदेशाध्यक्ष चित्रा वाघ ने चंद्रपुर जिले का दौरा किया। इस दौरान मीडिया को दिये साक्षात्कार में उन्होंने अनेक सनसनीखेज खुलासे करते हुए विपक्ष के नेताओं को आड़े हाथ लिया। इस समय चित्रा वाघ ने कहा कि कोरपना के रेप कांड मामले में केवल एक बच्ची ही यौन शोषण का शिकार नहीं बनी है। बल्कि इस प्रकरण में अनेक बच्चियों के साथ दुराचार होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस जांच के बाद ही ठोस रूप से इस संदर्भ में कुछ कहा जा सकेगा। लेकिन आश्चर्य की बात है कि विपक्षी दलों ने नेता इस मसले पर एक शब्द भी कहने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए चित्रा वाघ कोरपना अत्याचार मामले पर भड़़की और विपक्षी नेताओं पर निशाना साधा।
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चंद्रपुर जिले के कोरपना में हुए लैंगिक अत्याचार मामले में पीड़िता और उसके परिवार से मिलने के लिए भारतीय जनता पार्टी की नेता चित्रा वाघ वहां पहुँचीं। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने इस गंभीर मुद्दे पर विपक्ष की चुप्पी पर तीखी प्रतिक्रिया दी। वाघ ने कहा कि इस प्रकरण में कांग्रेस की महिला नेता, जो बारामती, सोलापुर, अमरावती और मुंबई से हैं, वे एक भी शब्द नहीं कहा है, जो आश्चर्यजनक है। इसके अलावा उन्होंने विजय वडेट्टीवार और चंद्रपुर से सांसद प्रतिभा धानोरकर पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने भी इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
वाघ ने आरोप लगाया कि विपक्ष केवल राजनीति कर रहा है, और अब उनका असली चेहरा सबके सामने आ गया है। उन्होंने राहुल गांधी पर भी हमला बोलते हुए कहा, “राहुल गांधी की ‘मोहब्बत की दुकान’ में आखिर क्या हो रहा है?”
मामला क्या है?
कोरपना के एक निजी स्कूल में शिक्षक के पद पर कार्यरत अमोल लोडे, जो कांग्रेस का पदाधिकारी है, पर एक नाबालिग छात्रा के लैंगिक शोषण का आरोप है। बताया जा रहा है कि लोडे ने गर्मी की छुट्टियों में अतिरिक्त कक्षाएं लेने के बहाने छात्रों को बुलाया था। उसी दौरान उसने एक नाबालिग लड़की का यौन शोषण किया। पीड़िता ने डर के कारण इस घटना की जानकारी किसी को नहीं दी, क्योंकि लोडे ने उसे धमकी दी थी कि अगर वह यह बात किसी को बताएगी तो उसके माता-पिता की जान खतरे में होगी।
कुछ दिन पहले पीड़िता के परिवार को इस घटना की जानकारी मिली। जब उन्होंने पीड़िता से पूछा तो उसने अपनी आपबीती सुनाई, जिसके बाद परिवार ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी अमोल लोडे के खिलाफ पॉक्सो (POCSO) एक्ट और धारा 376 के तहत मामला दर्ज किया है। लोडे फरार था, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
धानोरकर और धोटे की चुप्पी क्यों?
आरोपी अमोल लोडे कांग्रेस का पदाधिकारी है, जिसकी नियुक्ति का पत्र सांसद प्रतिभा धानोरकर और कांग्रेस के जिला ग्रामीण अध्यक्ष सुभाष धोटे ने दिया था। वाघ ने विशेष रूप से प्रतिभा धानोरकर की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह एक महिला होते हुए भी इस गंभीर मुद्दे पर एक भी शब्द नहीं बोलीं। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि सुभाष धोटे वही व्यक्ति हैं, जो पाँच साल पहले जेल गए थे, जब उनके आश्रम स्कूल में एक छात्रा के साथ लैंगिक शोषण का मामला सामने आया था।
विजय वडेट्टीवार पर सवाल
बीजेपी नेता वाघ ने विजय वडेट्टीवार पर भी तीखा हमला बोला, जो अक्सर राज्य सरकार पर आरोप लगाने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि वडेट्टीवार, जो एक घंटे में दस ट्वीट करते हैं, इस मुद्दे पर पूरी तरह से चुप हैं। उन्होंने इसे ‘सोची-समझी राजनीति’ करार देते हुए कहा कि इस घटना में कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया है। वाघ ने यह भी दावा किया कि आरोपी अमोल लोडे, राहुल गांधी के विचार मंच का अध्यक्ष भी था।
यह घटना ना केवल राजनीतिक विवाद को जन्म दे रही है, बल्कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं पर भी गंभीर सवाल खड़े कर रही है। बीजेपी ने इसे एक बड़ा मुद्दा बनाकर विपक्ष पर हमला बोला है, और आने वाले दिनों में इस मामले को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा सकता है।