कभी-कभी दांव उल्टा भी पड़ जाता है। छोटे ठेके को बड़ा करने के चक्कर में, मोटा मुनाफा कमाने की कोशिश में, अपने ट्रांसपोर्टर भाई को अपने पत्रकारिता की बदौलत लाभ पहुंचाने के प्रयास में एक कोल वॉशरीज को निशाना बनाते हुए खबर प्रकाशित करना अब उल्टा पड़ गया है।
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इस पीड़ित कोल वाशरीज ने ट्रांसपोर्टर भाई को बुलाकर खरी-खोटी सुनाई और एक तरफ ठेका लेते हुए खुद ही परप्रांतिय ट्रकों से परिवहन करने और उसके बाद कोल वाशरीज पर दोष मंढते हुए उसे बदनाम करने की दो भाइयों की मंशा पर सवाल उठाया। कोल वॉशरीज के इस रूख को देखते हुए ट्रांसपोर्टर भाई ने अपने बचाव के लिए पत्रकार भाई से नाता नहीं होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। परंतु वॉशरीज को यह बात अखर गई। आगामी दिनों में कोयला परिवहन का ठेका ट्रांसपोर्टर भाई को देने या न देने की बात को लेकर अब उच्च स्तर पर मंथन किया जा रहा है।
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एक पत्रकार भाई अपने आपको एक अखबार का बड़ा और खास प्रतिनिधि बताते हुए कोयला मार्केट में धौंस जमाते रहता है। इनकी हिम्मत अब इतनी बढ़ गई है कि अपने ही ट्रांसपोर्टर भाई को मिले एक कोल वॉशरीज के परिवहन ठेके को कम आंकते हुए इस ठेके का आकार बढ़ाने के लिए पत्रकार भाई ने एड़ी चोटी का जोर लगाना शुरू किया। बीते पखवाड़े में घुग्घुस परिसर के एक कोल वॉशरीज के खिलाफ खबर प्रकाशित की गई। इस खबर में कोल वॉशरीज के अलावा, आरटीओ और ट्रांसपोर्टरों को निशाना बनाया गया।
जब खबर से काम नहीं बना तो स्थानीय लोगों को भड़काकर एक मोर्चा निकलवाने में पत्रकार बंधु कामकाब रहा। परंतु ज्ञानी पत्रकार भाई यह भूल गये कि नैशनल परमिट के ट्रक समूचे भारत में कहीं भी माल ढुलाई का काम कर सकते हैं। तेलंगाना के ट्रकों को घुग्घुस में प्रवेश करने से रोकने के लिए वह खबर बनाई तो गई, लेकिन दांव उल्टा पड़ गया।
क्योंकि इस पत्रकार भाई के ट्रांसपोर्टर भाई को इसी कोल वॉशरीज से कोयला परिवहन करने का ठेका मिला है। और इस ट्रांसपोर्टर भाई ने ही खुद तेलंगाना के ट्रकों को अपने काम पर लगाया है। इसके चलते दूसरों को नुकसान पहुंचाने की नीति के चक्कर में अपने ही भाई के ठेके को नुकसान पहुंच गया। अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसी हालात इस खबर के बाद सामने आयी।
कोल वॉशरीज वाले भड़क गये। एक भाई ट्रांसपोर्टर बनकर हमारे ही वॉशरीज से लाभ उठा रहा है और दूसरा भाई हमारे ही वॉशरीज पर दबाव बनाकर हमारी बदनामी कर रहा है। यह बात अखर गई। तब वॉशरीज ने ट्रांसपोर्ट भाई को बुलाकर काफी रोष व्यक्त किया। और चेतावनी दी कि खुद ही तेलंगाना के ट्रकों का इस्तेमाल परिवहन के लिए कह रहे हो और बदनामी वॉशरीज की करवा रहे हो। यह सब यदि बंद नहीं करोगे तो ठेका ही समाप्त कर दिया जाएगा।
बिलासपुर के ठेकेदार को निपटाने पत्रकार भाई की चाल
कोल वॉशरीज में कोयला परिवहन का ठेका बिलासपुर के एक बड़े कंपनी को मिला है। और पत्रकार के ट्रांसपोर्टर को छोटा सा ठेका मिला। अब इस छोटे ठेके को बड़े ठेके में तब्दली करने के लिए पत्रकार भाई अपने राष्ट्रीय अखबार का दुरुपयोग करने पर तूल गये हैं। बिलासपुर की कंपनी से ठेका छिनकर अपने भाई को ठेका मिल सकें, इसके लिए पत्रकार भाई ने जाल बुनना चाहा। लेकिन उनके ट्रांसपोर्टर भाई ही इस जाल में फंस गये। घी पाने की चाह में तेल भी हाथ से छूट जाने की स्थिति पैदा कर दी है। बिलासपुर की कंपनी और ट्रांसपोर्टर भाई, दोनों भी तेलंगाना के ट्रकों का इस्तेमाल कोयला परिवहन के लिए कर रहे हैं। लेकिन पत्रकार भाई का यह दांव उल्टा पड़ गया और अपने ही ट्रांसपोर्टर भाई को करोड़ों का लाभ पहुंचाने के बजाय संकट में डाल दिया।