वर्ष 2009 में निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्गठन के बाद अस्तित्व में आया एक नया निर्वाचन क्षेत्र बल्लारपुर है। भले ही इस निर्वाचन क्षेत्र का इतिहास बहुत लंबा न हो, लेकिन इस क्षेत्र के गठन के कारण चंद्रपुर जिले में भाजपा की दिग्गज नेता एवं पूर्व मंत्री शोभाताई फडणवीस का नेतृत्व अस्त हो गया। इस नये निर्वाचन क्षेत्र के कारण फडणवीस को अपनी विधायकी को खोना पड़ा। और सुधीर मुनगंटीवार का नेतृत्व उभर कर सामने आ गया। वर्ष 2009 में, शोभाताई फडणवीस के सावली निर्वाचन क्षेत्र को विभाजित करके इसे ब्रह्मपुरी और नवगठित बल्लारपुर निर्वाचन क्षेत्र में विलय कर दिया गया। उसी समय, चंद्रपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिया गया और चंद्रपुर निर्वाचन क्षेत्र का कुछ हिस्सा बल्लारपुर में जोड़ दिया गया। जिसके कारण सुधीर मुनगंटीवार ने बल्लारपुर पर दावा किया। शोभाताई फडणवीस के सावली निर्वाचन क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा भी नए बल्लारपुर निर्वाचन क्षेत्र में आ गया, उन्होंने भी बल्लारपुर क्षेत्र पर दावा किया। हालांकि, नितिन गडकरी ने सुधीर मुनगंटीवार के पक्ष में फैसला किया और उन्हें उम्मीदवार बनाया गया। परंतु इस रस्साकशी में शोभाताई फडणवीस का राजनीतिक दौर अस्त हो गया।
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बल्लारपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के निर्माण अर्थात वर्ष 2009 से अस्तित्व में आने के बाद यहां हुए तीनों आम चुनावों में बल्लारपुर की सीट पर भाजपा के दिग्गज नेता सुधीर मुनगंटीवार ने ही जीत हासिल की। इस बार वर्ष 2024 के आगामी विधानसभा चुनावों में यहां से चौथी बार वे अपनी जीत का परचम लहरा पाएंगे या नहीं ? यह चर्चा आम नागरिकों में उत्सुकता निर्माण कर रही है। जबकि यहां तीनों बार से हार रही कांग्रेस को जीवनदान मिलेगा या नहीं, यह सवाल भी चर्चा के केंद्र में है।
वर्ष 2009 में कैसा रहा मुकाबला ?
• सुधीर मुनगंटीवार – भाजपा 86196 वोट, 49.75 प्रश
• राहुल पुगलिया – कांग्रेस 61460 वोट, 35.47 प्रश
• विनोद अहिरकर – स्वतंत्र 10921 वोट, 6.31 प्रश
• डॉ. अमल पोद्दार – बसपा 10245 वोट, 5.92 प्रश
वर्ष 2014 में कैसे रहा चुनावी जंग ?
• सुधीर मुनगंटीवार – भाजपा 103718 वोट, 53.03 प्रश
• घनश्याम मूलचंदानी – कांग्रेस 60118 वोट, 30.74 प्रश
• राजेश सिंह बसपा – 10344 वोट, 5.29 प्रश
• मनोज आत्राम – जीजीपी 6838 वोट, 3.5 प्रश
• केशवराव कात्रे – एसएचएस 2555 वोट, 1.31 प्रश
वर्ष 2019 में कैसे रही चुनावी लड़ाई ?
• सुधीर मुनगंटीवार – भाजपा 86002 वोट, 42.9 प्रश
• डॉ. विश्वास झाडे – कांग्रेस 52762 वोट, 26.3 प्रश
• राजू झोड़े – वीबीए 39958 वोट, 19.9 प्रश
• मनोज आत्राम – जीजीपी 13925 वोट, 6.9 प्रश
बल्लारपुर में कड़ी चुनौती के आसार
वर्ष 2024 लोकसभा परिणामों में मंत्री सुधीर मुनगंटीवार को मिली करारी हार उनके लिए खतरे की घंटी रही। भले ही बीते अनेक दिनों से मुनगंटीवार की सक्रियता में काफी उछाल देखा जा रहा है, परंतु जनता के दिलो-दिमाग में क्या चल रहा है, इसे भांप पाना आसान नहीं है। इसलिए भाजपा जिले के तमाम 6 सीटों पर भी फूंक-फूंक कर कदम रखना चाहती है। सरकार की नीत-नई योजनाएं जनता को लूभाने का प्रयास कर रही हैं। वहीं कांग्रेस अपनी ताकत को बढ़ाने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रही है। जिले में सबसे अधिक बल्लारपुर विधानसभा चुनावों को लेकर सभी की नजरें टिकी हैं। कांग्रेस नेता घनश्याम मुलचंदानी, डॉ. अभिलाषा गावतूरे, संतोष रावत, संजय घाटे, नंदू नागरकर, विश्वास झाडे, राजू झोडे के अलावा अनेक इच्छुक बल्लारपुर की कांग्रेस सीट पर दावा कर रहे हैं। इसलिए मुनगंटीवार के लिए कड़ी चुनौती और कांग्रेस के लिए ताकत की परीक्षा आगामी दिनों में और अधिक उभरकर सामने आयेगी।