Rajura Assembly : राजुरा-70 विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची में नए मतदाताओं का पंजीकरण बड़े पैमाने पर संदिग्ध पाया गया है। यह पंजीकरण ERO Net ऑनलाइन पोर्टल पर नमूना फॉर्म क्रमांक 6 के माध्यम से किया गया है। इसमें एक बड़ा घोटाला किये जाने की शिकायत मुख्य चुनाव आयुक्त से की गई है। यह शिकायत स्वयं कांग्रेस के जिलाध्यक्ष एवं राजुरा के विधायक सुभाष धोटे ने की है। चंद्रपुर जिलाधिकारी को भी इसकी शिकायत कर दी गई है। इसके चलते जिला प्रशासन और चुनाव करवाने वाले संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम में खलबली मची हुई है। वहीं राजनीतिक खेमों में भी इस मुद्दे को लेकर काफी गहमागहमी का माहौल है।
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मुख्य चुनाव आयुक्त को दी गई शिकायत में अनेक आपत्तियां उठाई गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, ये पंजीकरण 1 अक्टूबर 2024 से शुरू हुए और अब तक हजारों की संख्या में पंजीकरण किए जा चुके हैं। माना जा रहा है कि इन पंजीकरणों का उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ उठाना है।
कांग्रेस पार्टी ने इस मामले पर गंभीरता से ध्यान आकर्षित किया है और संबंधित अधिकारियों से तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है। पार्टी का कहना है कि यह जरूरी है कि 1 अक्टूबर 2024 से अब तक ऑनलाइन पोर्टल पर प्राप्त सभी नमूना फॉर्म 6 का विवरण तालुका वार प्रस्तुत किया जाए। इसके साथ ही, इन फॉर्मों की वैधता की जांच की जाए ताकि यह पता चल सके कि ये वैध पंजीकरण हैं या अवैध।
कांग्रेस ने की सख्त जांच मांग
कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त, भारत निर्वाचन आयोग, महाराष्ट्र निर्वाचन आयोग, और जिला निर्वाचन अधिकारी से तुरंत जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि केवल 15 दिनों के भीतर हजारों नए मतदाता नामांकन प्राप्त होना संदिग्ध है, और इसके पीछे संगठित प्रयास हो सकते हैं। यह भी संदेह जताया गया है कि ये सभी ऑनलाइन पंजीकरण एक ही कंप्यूटर से या एक ही IP एड्रेस से किए जा रहे हैं, जिससे बोगस नामांकन की आशंका बढ़ जाती है।
कांग्रेस ने मांग की है कि इन नामांकनों की जांच की जाए और जो नामांकन अवैध पाए जाते हैं, उन्हें तुरंत हटा दिया जाए। पार्टी ने चेतावनी दी है कि अगर इस मुद्दे पर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वह बड़े पैमाने पर आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएगी।
अमीरिका राय नाम की संदिग्धता:
कांग्रेस के अनुसार, अमीरिका राय नाम की व्यक्ति, जिसे नांदा गांव का मतदाता बताया गया है, वास्तव में वहां नहीं रहती। स्थानीय नागरिकों और अधिकारियों ने इस नाम को पहले कभी नहीं सुना। ऐसे में सवाल उठता है कि इस व्यक्ति का नाम गांव की मतदाता सूची में कैसे आया? यह मुद्दा और अधिक गंभीर हो जाता है जब यह देखा जाता है कि इसी तरह कई अन्य संदिग्ध नाम राजुरा-70 विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में शामिल हैं।
कांग्रेस का आरोप है कि यह सब चुनाव के परिणामों को प्रभावित करने के लिए किया जा रहा है, और इसके पीछे किसी बड़े राजनीतिक षड्यंत्र की संभावना हो सकती है। पार्टी ने मांग की है कि इस मामले की गहन जांच की जाए और सभी बोगस नाम तुरंत हटाए जाएं।