- विरोधियों का आरोप: भोंगले ने चार नामांकन में की महत्वपूर्ण जानकारी छुपाने की कोशिश
- शासकीय बकाया छुपाने का मामला; 2001-2005 के दौरान ग्राम पंचायत में सरपंच रहते हुए लाखों का बकाया
- नामांकन खारिज करने के लिए सूरज ठाकरे और अन्य विपक्षी नेताओं ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
चंद्रपुर जिले की राजुरा विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार देवराव भोंगले का नामांकन विवादों में घिर गया है। भोंगले के चारों नामांकन में त्रुटियां होने का दावा विपक्षी उम्मीदवारों ने किया है। राजुरा विधानसभा प्रत्याशी सूरज ठाकरे और अन्य विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया कि भोंगले ने अपने नामांकन में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी जानबूझकर छुपाई है। ठाकरे ने भोंगले के सभी चार आवेदन तत्काल खारिज करने की मांग की।
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बताया गया कि भोंगले ने नामांकन के साथ दिए गए प्रतिज्ञापत्र में आवश्यक जानकारी को लेकर गलती की है। आरोप है कि भोंगले के पास वर्ष 2001 से 2005 के दौरान घुग्घुस ग्राम पंचायत के सरपंच रहते हुए सरकारी बकाया शेष है। शासकीय आडिट रिपोर्ट में वर्ष 2001-2002 के लिए 4,62,593 रुपए, 2002-2003 के लिए 4,77,050 रुपए, 2003-2004 के लिए 4,78,832 रुपए और 2004-2005 के लिए 6,86,491 रुपए की राशि बताई गई है। नियमों के अनुसार, उम्मीदवार को 2022 तक सभी शासकीय बकाया की जानकारी देनी होती है, परन्तु भोंगले ने इस बारे में खुलासा नहीं किया।
नामांकन खारिज करने की मांग पर प्रेस कॉन्फ्रेंस
राजुरा विधानसभा के अन्य प्रत्याशियों, जिनमें सूरज ठाकरे, भूषण फुसे, डॉ. दिलीप चौधरी, गोमती पाचभाई शामिल थे, ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर भोंगले का नामांकन खारिज करने की अपील की। उनका कहना है कि जब तक भोंगले इन बकाया राशियों का हिसाब नहीं देते, उनके नामांकन को स्वीकृत नहीं किया जाना चाहिए।
भोंगले के चारों नामांकन में इन त्रुटियों के कारण राजुरा विधानसभा सीट का चुनावी माहौल गरमा गया है, और इस मामले का निपटारा निर्वाचन आयोग पर निर्भर करता है।