महाराष्ट्र में महायुति सरकार के शपथग्रहण के बाद अब मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारियां जोरों पर हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार के नेतृत्व में गठित इस सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नेताओं की सूची को लेकर सस्पेंस बना हुआ था। लेकिन अब शिवसेना के संभावित मंत्रियों की सूची सामने आ गई है।
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प्रगति रिपोर्ट बनी चयन का आधार
सूत्रों के अनुसार, मंत्रिपद के लिए इच्छुक शिवसेना के विधायकों और पूर्व मंत्रियों की प्रगति रिपोर्ट हाईकमान द्वारा मंगाई गई थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले नामों को अंतिम रूप दिया गया। बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट में 2 पूर्व मंत्री, संजय राठौड़ और अब्दुल सत्तार, नाकाम रहे हैं। उनकी जगह नए चेहरों को मौका दिया जाएगा।
शिवसेना के संभावित मंत्री
शिवसेना को महायुति सरकार में 13-14 मंत्रिपद मिलने की संभावना है, जिनमें से 10-12 मंत्रियों को इसी सप्ताह शपथ दिलाई जाएगी।
गुलाबराव पाटील, उदय सामंत, दादा भूसे, शंभूराजे देसाई, तानाजी सावंत, दीपक केसरकर, भरतशेठ गोगावले, संजय शिरसाट, प्रताप सरनाईक, अर्जुन खोतकर, विजय शिवतारे
पूर्व मंत्रियों के पत्ते कटने की वजह?
सूत्रों का कहना है कि पूर्व मंत्री संजय राठौड़ और अब्दुल सत्तार के प्रदर्शन को लेकर हाईकमान संतुष्ट नहीं था। उनकी पिछली कार्यशैली, क्षेत्रीय प्रदर्शन और संगठन के प्रति जवाबदेही को कमजोर माना गया। इस वजह से इनका नाम सूची से हटा दिया गया है।
कब होगा मंत्रिमंडल विस्तार?
महाराष्ट्र विधानसभा के आगामी शीतकालीन सत्र से पहले मंत्रिमंडल विस्तार की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। नए मंत्रियों को शपथग्रहण के बाद विभागों का बंटवारा भी जल्द किया जाएगा।
नए चेहरों को मौका
इस बार शिवसेना ने कुछ नए चेहरों को मौका देने की रणनीति अपनाई है। इनमें भरतशेठ गोगावले, संजय शिरसाट, प्रताप सरनाईक, अर्जुन खोतकर और विजय शिवतारे प्रमुख नाम हैं। इन नेताओं ने अपने क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन किया है और संगठन में सक्रियता दिखाई है।
इस मंत्रिमंडल विस्तार से शिवसेना अपनी छवि को सुधारने और कार्यकुशलता को प्राथमिकता देने का संकेत दे रही है। नई टीम से उम्मीद है कि वे महायुति सरकार की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करेंगे और आगामी चुनावी चुनौतियों का सामना कर सकेंगे।