Tadoba’s Iconic Tiger ‘Mama Mel’
चंद्रपुर जिले के प्रसिद्ध ताडोबा-अंधारी व्याघ्र प्रकल्प में एक बेहद रोमांचक और डरावना वाकया सामने आया, जब ‘मामा मेल’ नामक बाघ ने खातोडा से खुटवंडा मार्ग पर दोपहर के समय रास्ता रोक लिया। पुणे के पर्यटक मंदार पुरोहित ने इस अद्भुत घटना को अपने कैमरे में कैद किया, जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।
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20 मिनट तक बाघ ने रोका रास्ता
इस घटना के दौरान दो वनमजदूर अपनी मोटरसाइकिल पर मोहर्ली गांव की ओर जा रहे थे। जैसे ही वे रास्ते पर पहुंचे, बाघ अचानक सड़क के बीचोंबीच आकर बैठ गया। उसकी भव्यता और आत्मविश्वास से जंगल का पूरा माहौल थम-सा गया।
वनमजदूर बाघ के सामने असहाय खड़े हो गए और दोनों के बीच कोई हलचल नहीं हुई। तकरीबन 20 मिनट तक ‘मामा मेल’ बाघ अपनी जगह से हिला तक नहीं। इस दौरान वनमजदूर सिर्फ एक-दूसरे की ओर देख रहे थे और कुछ करने की हिम्मत नहीं जुटा सके।
बाघ ने आगे बढ़ाई चहल-पहल
आखिरकार, 20 मिनट के इस थमाव के बाद बाघ ने मजदूरों की तरफ देखना शुरू किया और धीरे-धीरे उनकी ओर बढ़ने लगा। डर के मारे मजदूरों ने तुरंत अपनी मोटरसाइकिल घुमाई और वहां से भागने में ही भलाई समझी।
कैमरे में कैद हुआ पूरा रोमांच
घटना के दौरान मौके पर मौजूद पुणे के पर्यटक मंदार पुरोहित ने इस रोमांचक मंजर को अपने कैमरे में कैद कर लिया। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग बाघ की इस अनोखी हरकत को देखकर रोमांचित हो रहे हैं।
जंगल में मानव-पशु संघर्ष का सबक
इस घटना ने यह साफ कर दिया कि जंगली क्षेत्रों में बाघों का दबदबा आज भी कायम है। यह मानव को प्रकृति और जंगल के प्रति अधिक सतर्क रहने का संकेत देता है।