जनता का भरोसा खो रहा है चुनाव आयोग, बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग
25 जनवरी, राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष और पूर्व विधायक सुभाष धोटे एवं सांसद प्रतिभा धानोरकर ने विश्रामगृह में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाए। नेताओं ने कहा कि आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए, नगर परिषद, महानगरपालिका, और जिला परिषद के चुनाव बैलट पेपर पर कराने की मांग की गई है।
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धोटे ने कहा कि 2024 की विधानसभा चुनावों के नतीजे अनाकलनीय, अविश्वसनीय और आश्चर्यजनक हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा और महायुती के खिलाफ माहौल था। छह महीने पहले हुई लोकसभा चुनावों में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन विधानसभा चुनावों में पूरी तस्वीर बदल गई। उन्होंने मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी और अनियमितताओं का भी आरोप लगाया।
“रातों-रात 76 लाख वोट बढ़े, चुनाव आयोग जवाबदेह है”: कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग पर मतदाता सूचियों में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए बताया कि छह महीने के अंतराल में 50 लाख नए मतदाता सूची में जोड़े गए। विधानसभा चुनावों में 76 लाख अतिरिक्त वोट बढ़ने पर सवाल खड़े करते हुए धोटे ने इसे “रातों-रात बढ़े वोट” बताया और आयोग से इस पर जवाब मांगा।
धोटे ने बताया कि लोकसभा चुनावों में चंद्रपुर जिले में कुल 17,92,147 वोट थे, जबकि विधानसभा चुनावों में यह संख्या 18,50,102 हो गई। केवल छह महीनों में 57,955 नए मतदाता जुड़ गए। उन्होंने कहा कि राजुरा विधानसभा क्षेत्र में 6,853 फर्जी मतदाता पाए गए, जिन्हें शिकायत के बाद हटा दिया गया। लेकिन असली संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है।
“फेयर मतगणना हो, वरना चुनाव का कोई मतलब नहीं”: धोटे
कांग्रेस के सुभाष धोटे ने राजुरा विधानसभा सीट से भाजपा के देवेंद्र भोंगळे से 3,000 वोटों से हार का जिक्र करते हुए मतगणना प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने बताया कि मतगणना के पहले 22 राउंड तक भोंगळे पीछे चल रहे थे, लेकिन अंतिम तीन राउंड में उन्होंने बढ़त बनाकर जीत हासिल की।
धोटे ने चुनाव आयोग की नई नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने ₹2.80 लाख की फीस भरकर पुनः मतगणना की मांग की थी। लेकिन, जिला प्रशासन ने कहा कि अब केवल ईवीएम मशीन से चयनित वोट ही देखे जा सकते हैं। यह प्रक्रिया पूरी तरह अर्थहीन है।
“जनता का भरोसा जीतने के लिए बैलट पेपर से हो चुनाव”: कांग्रेस की मांग
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए बैलट पेपर को पुनः लागू करना चाहिए। उन्होंने निर्वाचन प्रणाली में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि देश की आम जनता का चुनाव आयोग से विश्वास उठ चुका है।