Web of Superstition: ₹8 Lakh Fraud from Anganwadi Worker on Pretext of Exorcism & Hidden Treasure, Three Arrested, Mastermind on the Run! : चंद्रपुर जिले के चिमूर तालुका में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां दो ठगों ने एक आंगनवाड़ी सेविका को भूत उतारने और खेत में गुप्तधन दिलाने के नाम पर 8 लाख रुपये की ठगी कर ली। इस सनसनीखेज मामले में चिमूर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी बालू याज्ञेकर अभी भी फरार है।
Whatsapp Channel |
कैसे हुआ ठगी का शिकार?
यह घटना चिमूर तालुका के वाघेडा गांव की है, जहां रहने वाली आंगनवाड़ी सेविका ज्योत्सना अनिल मेश्राम के घर 15 जनवरी 2024 को चार ठग पहुंचे। ये लोग भिक्षा मांगने के बहाने आए थे, लेकिन उन्होंने महिला को यह कहकर डराया कि उसके शरीर में भूत का साया है। डर से सहमी महिला को उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे भूत उतार सकते हैं और साथ ही खेत में दबा हुआ गुप्तधन निकालने में मदद कर सकते हैं।
महिला ठगों के झांसे में आ गई और धीरे-धीरे कर 8 लाख रुपये उन्हें दे दिए। ठगों ने महिला को धमकाया कि अगर उसने किसी को इस बारे में बताया तो उसके बेटे की मौत हो जाएगी। इसी डर से उसने पूरे एक साल तक किसी से भी इस घटना का जिक्र नहीं किया।
ठगी का भंडाफोड़ कैसे हुआ?
पंद्रह दिन पहले नागभीड़ तालुका के पहार्णी गांव में इसी तरह की एक ठगी की वारदात हुई। नागभीड़ पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। जब चिमूर की आंगनवाड़ी सेविका को इस घटना की जानकारी मिली, तो उसने हिम्मत जुटाकर 18 फरवरी को चिमूर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
जांच के दौरान पीड़ित महिला ने नागभीड़ ठगी में गिरफ्तार आरोपी परमेश्वर उर्फ देवा किसाराम एकनाथ कलमेश्वर को पहचान लिया। इससे चिमूर पुलिस को मामले में अहम सुराग मिले और गुरुवार को दो अन्य आरोपियों, सुरेश याज्ञेकर (सेलू) और अशोक गुजर (बाबुलखेड़ा), को गिरफ्तार किया गया।
मुख्य आरोपी बालू याज्ञेकर अब भी फरार
इस मामले का मास्टरमाइंड बालू याज्ञेकर (सेलू निवासी) अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस की एक विशेष टीम उसकी तलाश में जुटी हुई है। गिरफ्तार आरोपियों से ठगी की कुछ राशि भी बरामद की गई है।
पुलिस की अपील
चिमूर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे भूत-प्रेत के बहकावे में न आएं और इस तरह की ठगी से सतर्क रहें। अगर किसी को इस तरह की गतिविधियों की जानकारी मिलती है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
इस घटना ने फिर से साबित कर दिया है कि अंधविश्वास और लालच के चलते लोग आसानी से ठगी का शिकार हो सकते हैं।