भीषण गर्मी ने जंगली जानवरों को भी शहरों की ओर मजबूर कर दिया है। चंद्रपूर जिले में एक अनोखी घटना सामने आई है, जहां एक घोरपड (Monitor Lizard) प्यास बुझाने के लिए सीधे जिला ग्राहक अदालत के दफ्तर में घुस गया। इस घटना ने अदालत में हलचल मचा दी, और लोगों ने आश्चर्यचकित होकर इस दुर्लभ मेहमान को देखा।
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45.6°C तापमान ने जंगली जीवों को बेहाल किया
इन दिनों चंद्रपूर समेत पूरे महाराष्ट्र में भीषण गर्मी पड़ रही है। आज जिले मे पारा 45.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जिससे न सिर्फ इंसान बल्कि जानवर भी परेशान हैं। ताडोबा के जंगलों के पास स्थित चंद्रपूर शहर में वन्यजीव पानी की तलाश में इलाके में घुस आ रहे हैं। तालाब और जलाशय सूखने से पशु-पक्षियों को जीवनदायिनी जल के लिए शहरी क्षेत्रों की ओर भागना पड़ रहा है।
अदालत में घुसा जंगली घोरपड लोगों की भीड़ जुटी
आज सोमवार को एक जंगली (Monitor Lizard) घोरपड प्यास से व्याकुल होकर जिला ग्राहक अदालत के कार्यालय तक पहुंच गया। अदालत जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में स्थित है, जहां घोरपड ने पानी पीकर अपनी प्यास बुझाई। इसके बाद वह वहीं इधर-उधर घूमने लगा। जब अदालती कर्मचारियों और आगंतुकों ने इसे देखा, तो सनसनी फैल गई। लोगों की भीड़ जमा हो गई, जो इस दुर्लभ नज़ारे को देखकर हैरान थे। अधिकारियों ने तुरंत वन विभाग और ‘इको-प्रो’ संस्था के अध्यक्ष बंडू धोत्रे को सूचित किया।
सुरक्षित बचाव और वापस जंगल
धोत्रे और वन्यजीव प्रेमियों ने Monitor Lizard को सावधानी से पकड़ा और वन विभाग के निर्देशन में उसे सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया। इको-प्रो के अध्यक्ष ने बताया, (Monitor Lizard) “घोरपड को बिना किसी नुकसान के सुरक्षित बचा लिया गया है। यह तापमान और पानी की कमी के कारण हुआ। हमें वन्यजीवों के लिए पानी के स्रोत बढ़ाने की जरूरत है।”
गर्मी से जीव-जंतुओं पर संकट
इस साल की भीषण गर्मी ने पक्षियों और जानवरों को भी प्रभावित किया है। आसमान में चिड़ियाँ, कौवे और अन्य पक्षी कम दिखाई दे रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जल संकट के कारण वन्यजीवों का शहरों की ओर पलायन बढ़ सकता है।
चंद्रपूर की यह घटना एक बार फिर जलवायु परिवर्तन और गर्मी के प्रभाव को उजागर करती है। वन्यजीवों की सुरक्षा और उनके लिए पानी की व्यवस्था करना अब एक बड़ी चुनौती बन गया है।