इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का आधा सीजन समाप्त होते ही जुए के धंधे में एक बार फिर जोर-शोर से सक्रियता बढ़ गई है। चंद्रपुर शहर के होटल, रिसॉर्ट और क्लब क्रिकेट बेटिंग के अड्डे बन गए हैं। नीरज माखिजा, महेश अल्लेवार और प्रदीप गंगमवार जैसे बड़े बुकी खुलेआम करोड़ों रुपये की बेटिंग कर रहे हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन अभी तक इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहा है।
Whatsapp Channel |
उच्च वर्ग के लोग भी जुए में शामिल
सूत्रों के अनुसार, सरकारी अधिकारी, डॉक्टर, व्यापारी, उद्योगपति और यहां तक कि राजनीतिक दलों के पदाधिकारी भी आईपीएल की ऑनलाइन बेटिंग में शामिल हैं। आईपीएल शुरू होने से पहले पुलिस ने कुछ छोटे-मोटे बुकियों पर छापेमारी की थी, जिसके बाद कुछ समय के लिए यह गतिविधि शांत हो गई थी। मगर, अब बुकी फिर से सक्रिय हो गए हैं और पहले से ज्यादा बड़े पैमाने पर जुए का धंधा चला रहे हैं।
बड़े बुकी और उनका नेटवर्क
खबरों के मुताबिक नीरज माखिजा, महेश अल्लेवार और प्रदीप गंगमवार शहर के सबसे बड़े बुकी माने जाते हैं, जिनके पंटर (एजेंट) पूरे जिले में सक्रिय हैं। नीरज माखिजा रघुवंशी कॉम्प्लेक्स के स्नैक्स बार से खुलेआम बेटिंग का कारोबार चलाता है, जबकि महेश अल्लेवार और प्रदीप गंगमवार भी इसी तरह के नेटवर्क के जरिए काम करते हैं। जिले की करीब 80% अनधिकृत बेटिंग इन्हीं तीनों के नियंत्रण में है।
दिलचस्प बात यह है कि पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए ये तीनों बुकी हाल ही में दुबई, मलेशिया और बैंकॉक की यात्रा पर गए थे। इनके क्लाइंट लिस्ट में प्रतिष्ठित डॉक्टर, उद्योगपति, बैंक अधिकारी, सीए, वकील और राजनीतिक दलों के नेता शामिल हैं।
होटल और रिसॉर्ट बने बेटिंग हब
शहर के प्रमुख होटल, बियर बार, क्लब, टी-स्टॉल और पान की दुकानें अब बेटिंग के केंद्र बन गए हैं। नागपूर रोड, कस्तूरबा रोड, मूल-बल्लारपूर मार्ग पर स्थित कुछ होटल और रिसॉर्ट आईपीएल के मैचों के दौरान बुकियों के लिए आरक्षित रहते हैं। यहीं से पूरे शहर में बेटिंग का कारोबार संचालित किया जा रहा है।
पुलिस की सुस्त रवैया
हालांकि पुलिस को इन सभी गतिविधियों की जानकारी है, लेकिन वह केवल छोटे-मोटे बुकियों पर कार्रवाई कर रही है, जबकि बड़े ऑपरेटर खुलेआम अपना धंधा चला रहे हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत से ही यह सब चल रहा है।