Operation Sindoor : 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद देशभर में उबाल था, और अब भारत ने अपने दृढ़ संकल्प का दमदार प्रमाण पेश किया है। आतंक के खिलाफ निर्णायक जंग छेड़ते हुए भारत ने बुधवार को “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक और भीषण हमला किया।
Whatsapp Channel |
सीमित, लेकिन विध्वंसक कार्रवाई!
भारत सरकार ने इस सैन्य अभियान को “सीमित, जिम्मेदार और गैर-उकसावे वाला” बताते हुए कहा कि इसका मकसद सिर्फ और सिर्फ आतंकवादी ढांचे को ध्वस्त करना और भारत में आतंक फैलाने की कोशिशों को जड़ से खत्म करना था। विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई आत्मरक्षा में और खुफिया जानकारी के आधार पर की गई है।
भारत की दहाड़ – हमले का जवाब हमले से!
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया, “पाकिस्तान की सरजमीं से संचालित आतंकी मॉड्यूल भारत पर हमले की साजिश रच रहे थे। हमारे पास पुख्ता सबूत थे कि अगर समय रहते कदम न उठाया गया तो बड़ा हमला हो सकता था। पाकिस्तान ने अभी तक 22 अप्रैल की घटना पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, उल्टा वो सिर्फ आरोप और इनकार की राजनीति करता रहा।”
उन्होंने आगे कहा, “संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की थी और अपराधियों को न्याय के कठघरे में लाने की बात कही थी। ऑपरेशन सिंदूर उसी दिशा में एक ठोस और निर्णायक कदम है।”
निशाने पर कौन-कौन? जानिए आतंक के गढ़ कहां-कहां तबाह हुए
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि भारत ने 9 आतंकी ठिकानों को सटीक हमले में तबाह किया है। इन हमलों की खासियत यह रही कि आम नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचे – यह सुनिश्चित करने के लिए हर कदम बेहद सतर्कता से उठाया गया।
तबाह किए गए आतंकी ठिकानों की सूची:
1. मरकज़ सुब्हान अल्लाह, बहावलपुर – जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा मुख्य अड्डा
2. मरकज़ तैयबा, मुरीदके – लश्कर-ए-तैयबा का सबसे बड़ा गढ़
3. सरजाल, तहरा कलां – जैश के एक और बड़े ठिकाने पर सीधा वार
4. महमूना जोया, सियालकोट – हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़ा अड्डा
5. मरकज़ अहले हदीस, बरनाला – लश्कर का समर्थन प्राप्त केंद्र
6. मरकज़ अब्बास, कोटली – जैश का प्रशिक्षण शिविर
7. मस्कर रहील शाहिद, कोटली – हिज्बुल का ऑपरेशनल हब
8. शवई नाला कैंप, मुज़फ्फराबाद – लश्कर का गुप्त बेस
9. सैयदना बिलाल कैंप, मुज़फ्फराबाद – जैश का सामरिक अड्डा
देश में जश्न, सीमा पार खलबली!
भारत में इस कार्रवाई को लेकर जनता और सेना का मनोबल ऊंचा है, जबकि पाकिस्तान और पीओके में इस हमले से हड़कंप मचा हुआ है। भारत ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है – आतंक के सौदागरों को अब बख्शा नहीं जाएगा!
यह ऑपरेशन भारत की नई रणनीतिक नीति का संकेत है – जहां आतंकवादी हमलों पर सिर्फ बयान नहीं, बल्कि ठोस और आक्रामक जवाब मिलेगा। भारत ने साफ कर दिया है कि अब शब्दों से नहीं, हथियारों से न्याय होगा।