एक दर्दनाक और सनसनीखेज हादसे में गडचिरोली के सरकारी मेडिकल कॉलेज के MBBS प्रथम वर्ष में पढ़ने वाले तीन छात्र शनिवार की शाम वैनगंगा नदी में नहाने के दौरान डूब गए। यह हादसा व्याहाड खुर्द गांव के पास चंद्रपुर-गडचिरोली सीमा पर हुआ, जहां छात्र छुट्टी के दिन मौज-मस्ती के इरादे से पहुंचे थे।
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डूबे छात्रों की पहचान:
1. गोपाल गणेश साखरे (20 वर्ष) – चिखली, जिला बुलढाणा
2. पार्थ बालासहेब जाधव (20 वर्ष) – शिर्डी, जिला अहिल्यानगर
3. स्वप्नील उद्धवसिंग शिरे (20 वर्ष) – संभाजीनगर
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मेडिकल कॉलेज के कुल आठ छात्र नदी में नहाने गए थे। हालांकि नदी की सतह सूखी और सुरक्षित नजर आ रही थी, लेकिन कुछ स्थानों पर गहराई बहुत अधिक थी। इसी का अंदाजा न लग पाने के कारण गोपाल, पार्थ और स्वप्नील गहरे पानी में चले गए और डूब गए। बाकी पांच छात्रों ने किसी तरह खुद को संभाला और किनारे लौट आए।
बचाव की कोशिशें नाकाम:
साथियों ने डूब रहे छात्रों को बचाने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन गहरे पानी का तेज बहाव उन्हें दूर ले गया। घटना की सूचना मिलते ही सावली पुलिस स्टेशन के प्रभारी प्रदीप पुलरवार अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और तुरंत खोज अभियान शुरू किया गया। हालांकि अंधेरा होने की वजह से शनिवार की रात को अभियान रोकना पड़ा। खोजबीन रविवार सुबह फिर से शुरू की जाएगी।
इससे पहले भी हो चुकी है त्रासदी:
इसी स्थान पर कुछ ही समय पहले महाशिवरात्रि के दिन चंद्रपुर की🔍 तीन बहनें भी नदी में डूब गई थीं। अब जब वैद्यकीय शिक्षा ले रहे तीन युवकों की डूबने की घटना हुई है, पूरे इलाके में शोक और चिंता की लहर दौड़ गई है।
स्थानीय प्रशासन की अपील:
स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे नदी में नहाने के दौरान सतर्कता बरतें और अनजान स्थानों पर जाने से बचें, खासकर गर्मियों में जब नदी का तल देखने में सुरक्षित लगता है लेकिन अंदर खतरनाक गहराई होती है।
आगे की जानकारी का इंतजार:
रविवार को जब खोज अभियान दोबारा शुरू होगा, तब स्थिति साफ होगी कि इन तीनों छात्रों का क्या हुआ। फिलहाल, तीन परिवारों पर दुख का पहाड़ टूटा है और गडचिरोली मेडिकल कॉलेज शोक में डूबा हुआ है।