लगभग एक साल से कानून की पकड़ से दूर घूम रहा सर्वे मशीन चोरी का मुख्य आरोपी अंततः घुग्घुस पुलिस के शिकंजे में आ गया। मामला पुलिस स्टेशन मे भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 305 A BNS के तहत दर्ज है, जिसमें आरोपी प्रदीप नेताजी बिरादार (उम्र 27 वर्ष, निवासी होनाली, तहसील देवणी, जिला लातूर) को फरार घोषित किया गया था।
एक साल की भागदौड़, फिर भी पुलिस की पकड़ से नहीं बच पाया आरोपी
पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए बेंगलुरु, पुणे और लातूर में लगातार दबिश दी, लेकिन हर बार वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता था। लेकिन आखिरकार पुलिस की तकनीकी निगरानी और खुफिया नेटवर्क के माध्यम से उसे उसके ही गांव मौजा होनाळी, तहसील देवणी, जिला लातूर से धरदबोचा गया।
3.47 लाख की चोरी हुई सर्वे मशीन भी बरामद
पुलिस ने आरोपी से पूछताछ के बाद चोरी गई सर्वे मशीन जिसकी अनुमानित कीमत ₹3,47,000 बताई जा रही है, उसे भी बरामद कर लिया है। यह मशीन कथित रूप से आरोपी ने अपराध करते समय चुराई थी और उसे छुपाकर रखा गया था।
यह थी कार्रवाई करने वाली टीम:
इस संपूर्ण कार्रवाई को अंजाम देने में पुलिस इंस्पेक्टर प्रकाश राऊत के कुशल मार्गदर्शन में एक विशेष टीम ने अहम भूमिका निभाई।
टीम में निम्नलिखित अधिकारी शामिल थे:
सहायाक पुलिस निरीक्षक – सचिन तायवाडे
पोलिस हवालदार – संजय आत्तकुलवार
पो. अं. – सचिन वासाडे
पो. अं. – प्रसन्नजित डोर्लिकर
चंद्रपुर जिले में एक साल से फरार आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इस कामयाबी से न सिर्फ जनता में पुलिस की छवि मजबूत हुई है, बल्कि यह भी साफ हुआ है कि तकनीकी और खुफिया नेटवर्क का इस्तेमाल कर कोई भी अपराधी कानून की पकड़ से ज्यादा दिन नहीं बच सकता।
