चंद्रपुर शहर में आगामी नगर निगम चुनावों से ठीक पहले विकास कार्यों की बाढ़ सी आई हुई है। नगर निगम द्वारा 1.5 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न प्रभागों में सीमेंट-कांक्रीट (CC) सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है। लेकिन इन सड़कों की गुणवत्ता और पारदर्शिता को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आप की “जमीनी जांच” में खुलासा – M-20 नहीं, महज़ M-13 ग्रेड की सड़कें
जिला अध्यक्ष मयूर राईकवार के नेतृत्व में आप कार्यकर्ताओं ने वडगांव प्रभाग में सड़कों का निरीक्षण किया, जिसमें यह सामने आया कि ठेकेदार और प्रशासन द्वारा M-20 ग्रेड की मजबूती का दावा किया जा रहा था, लेकिन वास्तविकता में सड़कें केवल M-13 ग्रेड की निकलीं – जो कि निर्माण मानकों का सीधा उल्लंघन है।
फेसबुक लाइव के ज़रिए तुकुम प्रभाग में भी पोल खुली
शहराध्यक्ष योगेश गोखरे ने तुकुम प्रभाग में घटिया सड़क निर्माण को उजागर किया। लाइव वीडियो में साफ देखा गया कि सड़क की मोटाई, गहराई और सामग्री की गुणवत्ता सभी निर्धारित मानकों से कम थी। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाएं।
ठेकेदार और विधायक की सांठगांठ का आरोप
AAP नेताओं ने आरोप लगाया कि इन निर्माण कार्यों को एक विशेष ठेकेदार को दिया गया है, जो स्थानीय विधायक का करीबी बताया जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों की चुप्पी और राजनीतिक संरक्षण के चलते यह ठेकेदार मनमानी करते हुए करोड़ों रुपये का गबन कर रहा है।
चुनाव पूर्व सरकारी निधियों की लूट?
आम आदमी पार्टी का कहना है कि यह पूरा प्रकरण चुनाव से पहले जनता को लुभाने के लिए दिखावटी विकास कार्यों का नाटक है, जिसमें सरकारी खजाने से पैसा निकालकर अधूरी गुणवत्ता वाली सड़कों को “पूरा” दिखाया जा रहा है। यह करदाताओं के पैसों की सीधी लूट है।
भ्रष्टाचार की पुरानी मिसालें भी उजागर
फाउंटन प्रोजेक्ट में फर्जी खर्च
ड्रेनेज लाइन में बिल तो बना, पर काम नहीं
अमृत कलश योजना में जल आपूर्ति में अनियमितता
इन मामलों को AAP ने सोशल मीडिया के माध्यम से उजागर किया है। उन्होंने कहा है कि आने वाले दिनों में शहर के हर प्रभाग में जाकर इसी तरह की डिजिटल सतर्कता जारी रखी जाएगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित प्रमुख नेता:
मयूर राईकवार – जिला अध्यक्ष, योगेश गोखरे – शहराध्यक्ष, राजकुमार नगराडे – जिला सचिव, संतोष बोपचे – शहर संगठन मंत्री, विशाल विरंमवार, क्रिश कपूर, आदित्य नंदनवार, अॅड. तबस्सुम शेख तथा अन्य कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी मौजूद रहे।
चंद्रपुर में यह मामला न केवल प्रशासनिक विफलता को उजागर करता है, बल्कि यह स्पष्ट करता है कि कैसे चुनावों से पहले “विकास” का मुखौटा पहनकर जनता के पैसों से भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। यदि समय रहते इस पर कार्रवाई नहीं हुई, तो यह मुद्दा राज्य की राजनीति में बड़ा भूचाल ला सकता है।
AAP की यह डिजिटल सक्रियता आने वाले चुनावों में निर्णायक मोड़ बन सकती है – खासकर उस समय जब जनता पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग कर रही है।
