लंबे इंतजार के बाद बहुचर्चित घुग्घुस रेलवे उड़ान पुल का कार्य आखिरकार गुरुवार सुबह औपचारिक रूप से शुरू हो गया। महारेल (महाराष्ट्र रेल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) ने शहर की पुलिस और रेलवे विभाग की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच G-39 रेलवे गेट पर गेटर डालने की प्रक्रिया प्रारंभ की।
भीमकाय क्रेनों की मदद से गेटर डाला गया
सुबह से ही कार्य प्रारंभ कर दो विशालकाय क्रेनों की सहायता से गेटर डाला गया। इस दौरान G-39 रेलवे गेट को पूरी तरह बंद कर दिया गया, जिसके चलते आवागमन प्रभावित हुआ। लगभग चार घंटे तक गेट बंद रहने के कारण वाहनों और राहगीरों की लंबी कतारें दोनों ओर लग गईं।
नागरिकों का उमड़ा हुजूम
यह क्षण स्थानीय नागरिकों के लिए किसी ऐतिहासिक पल से कम नहीं था। बड़ी संख्या में लोग गेटर डालने की प्रक्रिया देखने मौके पर पहुंचे। पुल निर्माण स्थल और उसके आसपास भारी भीड़ रही। नागरिकों के चेहरों पर उत्सुकता और उम्मीद दोनों झलक रही थीं, मानो लंबे समय से प्रतीक्षित इस परियोजना का सपना पूरा होने जा रहा हो।
जाम की समस्या से मिलेगी निजात
जानकारों का कहना है कि गेटर डालने का काम पूरा होते ही पुल निर्माण तेजी से आगे बढ़ेगा। इसके तैयार हो जाने पर इस मार्ग पर रोजाना लगने वाले भारी ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा। आवागमन करने वाले हजारों लोगों को इससे बड़ी राहत की उम्मीद है।
विकास की ओर बड़ा कदम
चार घंटे की असुविधा के बावजूद नागरिकों ने इस प्रक्रिया को शहर के विकास की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया। पुल बन जाने के बाद घुग्घुस शहर में आवागमन सुगम, सुरक्षित और तेज होगा।
