चंद्रपुर शहर के जटपुरा गेट क्षेत्र में आज सुबह का माहौल अचानक अफरातफरी में बदल गया, जब एक पुरानी और जर्जर इमारत का हिस्सा अचानक भरभराकर गिर गया। यह हादसा उस समय हुआ जब सुबह का बाजार अपने चरम पर था और बड़ी संख्या में लोग खरीदारी में व्यस्त थे।
हादसे के दौरान मचा भगदड़
इमारत का हिस्सा गिरते ही तेज धमाके जैसी आवाज गूंजी और आसपास अफरा-तफरी मच गई। ढहे हुए हिस्से के नीचे दूध बेचने वाले कुछ व्यापारी दब गए, लेकिन गनीमत रही कि उन्हें केवल मामूली चोटें आईं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यदि हादसा कुछ ही मिनट बाद होता तो बड़ी जनहानि हो सकती थी, क्योंकि उस समय भीड़ और बढ़ जाती है।
नागरिकों की नाराजगी और लापरवाह प्रशासन
स्थानीय लोगों ने नगर निगम पर सीधा आरोप लगाया है कि इस इमारत की हालत लंबे समय से खस्ताहाल थी। कई बार शिकायत और चेतावनी देने के बावजूद प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। आखिरकार उनकी लापरवाही ने आज हादसे का रूप ले लिया। लोगों ने नगर निगम से तत्काल कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि यदि ऐसे ढांचे समय रहते नहीं हटाए गए तो कभी भी बड़ा नुकसान हो सकता है।
शहर में खतरे का साया
यह घटना एक बार फिर सामने लाई है कि शहर में कई इमारतें मौत का जाल बनी हुई हैं। हर रोज इनसे गुजरते लोगों की जान जोखिम में रहती है। लोगों में डर और आक्रोश दोनों ही साफ दिखाई दे रहे हैं।
नागरिकों की मांग
निवासियों का कहना है कि नगर निगम को तुरंत जर्जर इमारतों का सर्वेक्षण करना चाहिए और खतरनाक ढांचों को गिराकर सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। साथ ही हादसे के जिम्मेदार अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग उठाई जा रही है।
सवाल यही है – क्या प्रशासन अब भी जागेगा, या अगला हादसा किसी बड़ी त्रासदी में बदल जाएगा?
