घुग्घुस नगरपरिषद के चुनावी रण में इस बार सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है, जहाँ अध्यक्ष पद के लिए 6 उम्मीदवार मैदान में हैं। भले ही कई छोटे दल और निर्दलीय उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मुख्य लड़ाई सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच ही सिमटकर रह गई है।
मुख्य मुकाबला: अध्यक्ष पद के दावेदार
नगर परिषद के अध्यक्ष पद के लिए कुल 6 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें प्रमुख दलों से लेकर बागी और निर्दलीय तक शामिल हैं:
दीप्ति सोनटक्के कांग्रेस, शारदा दुर्गम भाजपा, आरती पाटिल बसपा, नैना ढोके उद्धव ठाकरे गुट (UBT), रीता देशकर निर्दलीय उम्मीदवार, रंजीता अगदारी कांग्रेस की बागी उम्मीदवार
विश्लेषण: कांग्रेस और भाजपा, दोनों ही दलों के बागी उम्मीदवार मैदान में होने के कारण मुख्य दलों को अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ सकता है। कांग्रेस की बागी रंजीता अगदारी और निर्दलीय रीता देशकर का रुझान किस ओर रहता है, यह अध्यक्ष पद के परिणाम को प्रभावित कर सकता है।
प्रभागों में बागियों का आतंक!
घुग्घुस के 11 प्रभागों की कुल 22 सीटों के लिए 39 महिलाओं और 72 पुरुषों सहित कुल 111 उम्मीदवार मैदान में हैं। दिलचस्प बात यह है कि लगभग हर प्रभाग में प्रमुख दलों के बागी उम्मीदवार निर्दलीय या अन्य छोटे दलों के बैनर तले खड़े होकर अपनी मूल पार्टियों के लिए बड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं।
प्रमुख प्रभागों में दल और बागियों की स्थिति:
प्रभाग 1, में भाजपा, कांग्रेस, अजित पवार गुट (NCP) और AMIM के उम्मीदवार हैं। यहाँ कांग्रेस से विद्या अरविंद चाहंदे और भाजपा से प्रेमा तगरफवार और विशाल दामेर मैदान में हैं। अजित पवार गुट (NCP) से शुभांगी सारसर,रविश सिंह, निर्दलीय उम्मीदवार संजय आत्राम और दशरत तल्लापेल्ली भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।
प्रभाग 2, कांग्रेस से सारिका पराते-सूरज कन्नुरी का सामना भाजपा के राजकुमार गोदशलवार-सरिता इसारप से। माला मेश्राम (भाजपा बागी, निर्दलीय) ने भाजपा की नींद उड़ाई। निर्दिलिय उम्मीदवार विशाल वनकर मैदान मे है।
प्रभाग 3, कांग्रेस से आशा पणघाटे, राजू रेड्डी भाजपा (सुचिता लुटे, साजन गोहने) के सामने UBT से महेश लट्ठा और लता गोहकार की मजबूत दावेदारी। महेश लट्ठा (भाजपा बागी) ने UBT से टिकट लेकर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाया।
शरद पवार गुट (NCP) से प्रणय बंडी मैदान मे है।
प्रभाग 4, कांग्रेस से (गजानन मासिरकर, फातिमा बंटी गोरपडे) बनाम भाजपा (विवेक बोढे, चैताली सातपुते)। सारिका अजय आमटे (भाजपा बागी) UBT से और पुष्पा रामटेके (भाजपा बागी) निर्दलीय लड़ रही हैं।
प्रभाग 5, मुख्य लड़ाई कांग्रेस (रोशन पचारे, अर्चना सरोकार) और भाजपा (रूपेश कोहले) के बीच है। देवेंद्र बोंडे (भाजपा बागी) निर्दलीय के रूप में खड़े हैं, जिससे भाजपा का गणित बिगड़ सकता है।
शरद पावर गुट (NCP) से शारदा झाड़े। अजित पवार गुट (NCP) से तुषार बोबड़े। निर्दिलिय उम्मीदवार प्रतिमा नगराले मैदान मे है।
प्रभाग 6, यह प्रभाग सबसे अधिक गहन मुकाबला दिखा रहा है। कांग्रेस बागी श्रीनिवास गुड़ला और भाजपा के तीन बागी (महेश लट्ठा, प्रमोद भोसकर, अनूप भंडारी) निर्दलीय के रूप में खड़े हैं। यहाँ अजित पवार गुट, शरद पवार गुट, UBT और शिंदे सेना के उम्मीदवार भी हैं।
कांग्रेस से श्रुतिका कलवल, दिलीप पिट्टलवार। भाजपा से कविता तक्कल्ला, संतोष नुने। शरद पवार गुट (NCP) से सुजाता गोगुला, दत्तात्रेय डब्बावार। अजित पवार गुट (NCP) से
श्रीनिवास गोस्कुला। UBT से दुर्गा पाटिल, राजकुमार वर्मा। सिंदे सेना से उमेश गुप्ता। निर्दिलिय उम्मीदवार त्रिवेणी पद्मा, शेख शम्मीउद्दीन, मोनिका चंदाबहेश मैदान मे है।
प्रभाग 7, में कांग्रेस से प्रकाश निषाद, सरिता खैरे। भाजपा से मधु तिवारी। अजित पवार गुट (NCP) से मौसम सिंह, शिवकुमार चौहान के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।
प्रभाग 8, में कांग्रेस से सुनीता पेंदुर, नुरुल सिद्दीकी। भाजपा से शितल आत्राम, प्रकाश बोबडे। भाजपा के बागी सतीश बोंडे निर्दिलिय के रूप में मैदान में, वह गणित बिगाड़ सकते है।
UBT से मनीषा उइके। AMIM से समीर सैय्यद। शिंदे सेना से निशांत ठाकरे। निर्दिलिय उम्मीदवार अनिरुद्ध चांदेकर सुषमा पाटिल मैदान मे है।
प्रभाग 9, यहाँ भाजपा के 3 बागी उम्मीदवार (नंदा कांबळे, घनश्याम खुटेमाटे, पृद्विराज अगदारी) निर्दलीय के रूप में मैदान में हैं, जो भाजपा की जीत की राह में सबसे बड़ी बाधा बन सकते हैं। तुकाराम गोमासे निर्दिलिय उम्मीदवार मैदान मे है।
कांग्रेस से कंचन बहुराशी, सुधाकर बंदूरकर। भाजपा से मीणा मोरपका, वैशाली ढवस। UBT से चेतन बोबड़े। सिंदे सेना से महेश डोंगें। निर्दिलिय उम्मीवार रीता कोवले, सेन्हा पाटिल, श्यामराव कुमारवार, सदानंद चांदेकर, प्रतीक रामटेके, पुंडलिक खनके, प्रजोता घोरघाटे, प्रमोद कांबले। बसपा से सिद्धार्थ कोंडागुरला।
प्रभाग 10, में कांग्रेस से जनार्धन जीवने, वैशाली चिकनकर। भाजपा से हेमंत पझारे, नीतू चौधरी। UBT से अमित बोरकर, आनंदी गाताडे। अजित पवार गुट (NCP) से सोमेश्वर मुंडे, निर्दिलिय उम्मीदवार पंकज धोटे, संजोग वाघमारे, सुरेश पाईकराव, योगराज पझारे।
प्रभाग 11, अंतिम प्रभाग की चुनौतियाँ
इस प्रभाग में कांग्रेस (पवन अगदारी, पल्लवी घुले) और भाजपा (आशीष मासिरकर, सुनीता पाटिल) के बीच सीधी भिड़ंत है। यहाँ भी भाजपा के दो बागी, विनोद जंजारला और वंशी महाकाली निर्दलीय के रूप में खड़े होकर परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं।
गठबंधन और गुटबाजी का खेल
इस चुनाव में महाराष्ट्र की बदलती राजनीतिक तस्वीर साफ़ दिख रही है। राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्ष (NCP) अजित पवार गुट और शरद पवार गुट में बँटने के बाद पहली बार आमने-सामने है। इसके अलावा, शिवसेना (UBT) और शिंदे सेना भी अलग-अलग प्रभागों में अपनी ताकत आजमा रहे हैं।
घुग्घुस नगरपरिषद का यह चुनाव केवल दलों के बीच का नहीं, बल्कि बागी बनाम पार्टी का भी चुनाव बन गया है। जिस पार्टी के नेता अपने बागियों को मनाने या उनके वोटों को निष्क्रिय करने में सफल रहेंगे, वही पार्टी नगरपरिषद की सत्ता पर काबिज होने की मजबूत दावेदार बनेगी।
