Tiger Poacher Ajit Rajgond : चंद्रपुर जिले में कुख्यात बाघ शिकारी अजीत राजगोंड और उसके पांच सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। यह गिरोह पिछले दो महीनों से राजुरा क्षेत्र में सक्रिय था, लेकिन अब सभी मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वन विभाग ने आश्वासन दिया है कि फिलहाल जिले में सभी व्यक्तिगत रूप से ट्रैक किए गए बाघ सुरक्षित हैं।
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गिरफ्तारी और पूछताछ जारी
वन विभाग की विशेष टीम ने शनिवार को अजीत राजगोंड को गिरफ्तार किया, जबकि उसकी पांच महिला साथियों को सोमवार को गिरफ़्तार किया गया। इन सभी को 31 जनवरी तक वन विभाग की कस्टडी में भेज दिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है।
कार्यवाहक मुख्य वन संरक्षक (CCF) पियूषा जगताप ने कहा
“हमने जंगल के विभिन्न हिस्सों में निगरानी बढ़ा दी है और गिरफ़्तार आरोपियों से चंद्रपुर और आसपास के इलाकों में की गई शिकार और अन्य अवैध गतिविधियों के बारे में पूछताछ कर रहे हैं। हमारे पास एक मजबूत मॉनिटरिंग सिस्टम है, जिससे अभी तक किसी भी बाघ की गुमशुदगी की पुष्टि नहीं हुई है।”
बाघों की निगरानी तेज, वन विभाग अलर्ट पर
सहायक वन संरक्षक (ACF) पवनकुमार जोंग, जिन्होंने इस पूरी कार्रवाई को नेतृत्व दिया, ने पुष्टि की कि सेंट्रल चंदा फॉरेस्ट डिवीजन में कोई भी बाघ लापता नहीं है। उन्होंने कहा,
“हमारे क्षेत्र में जगह-जगह लगाए गए कैमरों से बाघों की गतिविधियों की निगरानी की जाती है। अभी तक हमारे पास सभी बाघों का रिकॉर्ड सुरक्षित है।”
वन विभाग के सूत्रों ने बताया कि वन परिक्षेत्र और ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व दोनों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे जमीन पर गश्त बढ़ाएँ, जंगलों में राजगोंड गिरोह के संभावित ठिकानों की तलाश करें और संदिग्ध लोगों पर नजर रखें।
गहनों और रुद्राक्ष की बिक्री के बहाने घूमने वाले संदिग्धों पर विशेष नजर
वन विभाग ने यह भी कहा कि अधिकारियों को ऐसे व्यक्तियों की पहचान और जांच करने के निर्देश दिए गए हैं, जो माला, रुद्राक्ष या कृत्रिम गहनों की बिक्री के बहाने घुमते हैं। अक्सर ये शिकारी समूह व्यापार के आड़ में शिकार का काम करते हैं।
इसके अलावा, जिले में सभी वन क्षेत्र अधिकारियों को उनके क्षेत्रों में मौजूद सभी बाघों की मौजूदगी की फिर से पुष्टि करने का निर्देश दिया गया है। यदि किसी भी बाघ की कमी पाई जाती है, तो तत्काल सूचना देने के आदेश दिए गए हैं।
गश्त और जांच में तेजी, गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी
वन विभाग की टीमों ने पूरे जिले में गश्त को बढ़ा दिया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी वन्य जीव सुरक्षित रहें। हालांकि इस गिरोह के कुछ और सदस्य फरार हैं, जिनकी तलाश तेजी से जारी है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि शिकारी गिरोह के सभी सदस्यों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और वन्यजीवों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।