राज्य और केंद्र सरकार द्वारा वादों की पूर्ति न होने पर हजारों आंगनवाड़ी सेविकाएं और सहायिकाएं सड़कों पर उतरीं। सांसद प्रतिभा धानोरकर, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष और विधायक सुभाष धोटे ने दिया आंदोलन को समर्थन।
चंद्रपुर और गढ़चिरौली जिलों की हजारों आंगनवाड़ी सेविकाएं और सहायिकाएं केंद्र और राज्य सरकार द्वारा किए गए वादों को पूरा न किए जाने के विरोध में जेल भरो आंदोलन में उतरीं। इस दौरान चंद्रपुर जिला कांग्रेस के जिला अध्यक्ष और विधायक सुभाष धोटे ने आंदोलन स्थल पर पहुंचकर अपना समर्थन दिया। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सभी न्यायोचित मांगों को पूरा कराने के लिए वे हमेशा साथ खड़े रहेंगे। इस मौके पर सांसद प्रतिभा धानोरकर, विधायक सुभाष धोटे, आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष प्रो. रमेशचंद्र दहिवडे, अरुण भेलके, रामदास जामदार समेत हजारों आंगनवाड़ी महिला कर्मचारी उपस्थित थीं।
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आंगनवाड़ी महिलाओं के प्रमुख मुद्दों को लेकर 4 दिसंबर से 25 जनवरी तक राज्य भर की 2 लाख आंगनवाड़ी महिलाएं 52 दिन के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थीं। 25 जनवरी को सरकार ने वार्ता के लिए बुलाया और वेतन वृद्धि, पेंशन और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को ग्रेच्युटी देने का लिखित आश्वासन दिया। हालांकि, आठ महीने बीत जाने के बावजूद इन मांगों को पूरा नहीं किया गया है।
वर्तमान में, आंगनवाड़ी सेविकाओं को 10,000 रुपये और सहायिकाओं को 5,500 रुपये का मानदेय दिया जाता है, जिसमें केंद्र सरकार द्वारा सेविकाओं को 4,500 रुपये और सहायिकाओं को 2,025 रुपये का योगदान शामिल है। केंद्र सरकार ने पिछले छह वर्षों में इस राशि में कोई वृद्धि नहीं की है। आंगनवाड़ी कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में वेतन वृद्धि, पेंशन और ग्रेच्युटी का तत्काल कार्यान्वयन शामिल है। इसी मांग को लेकर चंद्रपुर में जेल भरो आंदोलन किया गया, जिसमें चंद्रपुर और गढ़चिरौली जिलों की हजारों आंगनवाड़ी महिलाएं शामिल हुईं।
जानकारी के अनुसार, 9 सितंबर को गढ़चिरौली में होने वाले जेल भरो आंदोलन में चंद्रपुर जिले से 1,500 से अधिक आंगनवाड़ी महिलाएं भाग लेंगी।