चंद्रपुर बाघ शिकार तस्करी मामला: वन विभाग की बड़ी कार्रवाई, मिजोरम से एक और आरोपी गिरफ्तार
अवैध वन्यजीव व्यापार की कड़ी टूटी, म्यांमार से भारत तक फैला है नेटवर्क
Baheliya Poacher Ajit Rajgond Gang Network Spanning from Myanmar to India Another Accused Arrested in Mizoram : चंद्रपुर में मध्यप्रदेश, कटनी जिले के पारदी समुदाय के बहेलिया गिरोह
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के सरगना अजित राजगोंड को पिछले महीने 27 जनवरी को राजुरा से गिरफ़्तारी के बाद बाघों के अवैध शिकार और तस्करी के मामले में वन विभाग की टीम ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। ताड़ोबा कोर के आनंद रेड्डी के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SIT) ने मिजोरम की राजधानी आइजोल से जमखानकाप पुत्र धंगजाचिन को गिरफ्तार किया है। आरोपी पर म्यांमार से भारत में बाघ के अवैध व्यापार से जुड़े आर्थिक लेन-देन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आरोप है। उसे बीसीएएस की अनुमति के तहत चंद्रपुर लाया जा रहा है और 21 फरवरी को जेएमएफसी, राजुरा के समक्ष पेश किया जाएगा।
अब तक 11 गिरफ्तारियां, वन विभाग की सख्त कार्रवाई जारी
महाराष्ट्र वन विभाग ने इस संगठित वन्यजीव व्यापार से जुड़े 11 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है। इससे पहले गिरफ्तार 10 आरोपियों की हिरासत अवधि समाप्त होने के बाद जांच अधिकारी ने अदालत से 5 मार्च तक उनकी हिरासत बढ़ाने का अनुरोध किया, जिसे स्वीकार कर लिया गया। जेएमएफसी, राजुरा ने सभी आरोपियों को मजिस्ट्रेट हिरासत में भेज दिया है।
जमानत याचिका खारिज, अन्य राज्यों तक जांच का विस्तार
इस मामले में पहले से गिरफ्तार सुश्री निंग सान लून और श्लालनेसुंग की जमानत याचिकाएं अदालत द्वारा खारिज कर दी गई थीं। इसके अलावा, जबलपुर (मध्य प्रदेश) के मजिस्ट्रेट ने सोनू सिंह बावरिया के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी किया है, जिसे लागू करने के लिए बालाघाट से एक टीम चंद्रपुर पहुंची है।
SIT की कड़ी जांच, अवैध शिकार का बड़ा नेटवर्क उजागर
इस पूरे मामले की जांच विशेष जांच दल (SIT) द्वारा की जा रही है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि बाघों के अंगों की तस्करी म्यांमार से भारत में प्रवेश करने के बाद विभिन्न राज्यों के तस्करों तक पहुंचाई जाती थी। वन विभाग इस पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए गहन जांच कर रहा है और जल्द ही अन्य दोषियों पर भी कार्रवाई की जा सकती है।