डेढ़ साल से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा हत्या का आरोपी सिनू उर्फ आकाश लक्ष्मण दहागांवकर (29), निवासी महाराणा प्रताप वार्ड, बल्लारपुर आखिरकार पुलिस के जाल में फंस ही गया।
घटना का पृष्ठभूमि
16 फरवरी 2024 को जाकिर हुसैन वार्ड निवासी अनामिका उर्फ रक्षा बालचंद्र कांबले (19) की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।
सूत्रों के अनुसार, आरोपी सिनू को पहले अनामिका की शिकायत पर जेल जाना पड़ा था। इसी बात से नाराज़ होकर उसने बदले की नीयत से अनामिका को फोन कर अपने घर बुलाया और वहां किसी भारी हथियार से सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी।
हत्या की शिकायत अनामिका की बहन ज्योति बालचंद्र कांबले (34) ने बल्लारपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी। इसके बाद आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया। लेकिन घटना के बाद से ही आरोपी फरार था और बार-बार अपना ठिकाना बदलकर दूसरे राज्यों में छुपता रहा।
पुलिस की जांच और गिरफ्तारी
पिछले डेढ़ साल से पुलिस लगातार आरोपी की तलाश में जुटी थी। डीबी दस्ते के प्रमुख सहायक पुलिस निरीक्षक मदन दिवटे और सहायक पुलिस निरीक्षक शब्बीर पठान ने आरोपी की गतिविधियों पर बारीकी से नज़र रखी।
तकनीकी और भौतिक सबूतों के आधार पर पुलिस को जानकारी मिली कि आरोपी अपने रिश्तेदारों से मिलने आने वाला है। इसके बाद पुलिस ने रणनीतिक तरीके से जाल बिछाया और सिनू दहागांवकर को दबोच लिया।
अदालत में पेशी और पुलिस हिरासत
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे 8 सितंबर 2025 तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
पुलिस टीम की भूमिका
इस कार्रवाई में सहायक पुलिस निरीक्षक मदन दिवटे, शब्बीर खान पठान, सफौ रणविजय ठाकुर, आनंद परचाके, पुहवा संतोष पंडित, सुनील कामतकर, पुरूषोत्तम विकाटे, संतोष दांडेवार, सत्यवान कोटनाके, विकास जुमनाके, भास्कर चिचवलकर, सचिन अल्लेवार, शरदचंद्र करुष, खंडेराव माने, सचिन राठौड़, मिलिंद अत्राम, लाखन चव्हाण, शालिनी नैताम सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यह गिरफ्तारी बल्लारपुर पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि आरोपी पिछले 18 महीनों से पुलिस को लगातार चकमा दे रहा था।
#BallarpurCrime #MurderCase #CrimeNews #BreakingNews #IndianNews #JusticeServed #LatestNews
