Villagers in Maharashtra’s Rajura assembly constituency caught ₹62 lakh cash allegedly meant for voter bribery during elections. BJP under fire as allegations of influencing voters surface, with videos going viral and opposition demanding strict action.”
लोकतंत्र के महामहोउत्सव अर्थात चुनावी प्रक्रिया पर धन वितरण का कलंक लगातार लगता जा रहा है। जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े द्वारा धन वितरण की कोशिशों के आरोप ने विपक्षी दलों को सरकार के खिलाफ आक्रामक बना दिया है, वहीं चंद्रपुर जिले के ग्रामीण इलाकों की जागृत जनता ने भाजपा के धन वितरण के कुकर्म को रोकने के लिए धर-पकड़ कार्रवाई की। नोट बांटते हुए न केवल वीडियो बनाएं बल्कि उन ठिकानों पर जाकर नोटों की गड्डियां बरामद की। ग्रामीणों के दबाव के आगे पुलिस को भी संबंधित आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी पड़ी। राजुरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में अनेक स्थानों पर नोट वितरण संबंधित गड़बड़ियां उजागर हुई है। इसके चलते मंत्री सुधीर मुनगंटीवार के कट्टर समर्थक एवं भाजपा प्रत्याशी देवराव भोंगले की छवि पर गहरा दुष्प्रभाव पड़ रहा है।
भाजपा महासचिव के नाम पर धन वितरण के आरोपों से यहां की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। राजुरा विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब भाजपा के कथित धन वितरण से जुड़े मामलों ने तूल पकड़ा। गोंडपिपरी तहसील के चेक नांदगांव गांव में आधी रात एक युवक को ग्रामीणों ने पैसे बांटते हुए पकड़ा और जमकर पीटा। बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। युवक के पास से गांव के निवासियों के नामों की एक सूची बरामद हुई है। पुलिस ने इस घटना में पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें भाजपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हैं।
महिलाओं और युवकों के वायरल वीडियो ने बढ़ाई भाजपा की मुश्किलें
राजुरा क्षेत्र में कई अनजान महिलाओं और युवकों को पैसे बांटने की कोशिश करते हुए देखा गया। इन घटनाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। कांग्रेस और किसान संगठनों ने कई जगहों पर भाजपा की इन कोशिशों को विफल कर दिया है। कांग्रेस के नेता और स्थानीय संगठनों ने भाजपा पर चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
गडचांदूर में छापेमारी: 61 लाख रुपये और भाजपा प्रचार सामग्री बरामद
चंद्रपुर जिले के गडचांदूर में एक घर से 61 लाख रुपये नकद और भाजपा का प्रचार सामग्री बरामद हुआ। यह राशि चुनाव के दौरान मतदाताओं को लुभाने के लिए छुपाकर रखी गई थी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राजुरा विधानसभा प्रमुख अरुण निमजे की शिकायत पर चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई की। छापेमारी में उस घर से भाजपा के बैनर और अन्य प्रचार सामग्री भी मिली, जिसे भाजपा के एक कार्यकर्ता ने किराए पर लिया हुआ था।यह कार्रवाई घुग्घुस के वेकोलि में कार्यरत थिपे नाम के व्यक्ति के निवास स्थान पर की गई। यह मकान उन्होंने देवराव भोंगले को किराये पर देने की जानकारी मिली
शिकायतकर्ता अरुण निमजे ने की चुनाव आयोग से शिकायत
शिकायतकर्ता अरुण निमजे ने बताया कि “हमने चुनाव आयोग के सामने इस संदर्भ में शिकायत दर्ज कराई थी। आयोग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए यह रकम जब्त की। इससे यह साफ हो गया है कि भाजपा मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रही थी।”
कांग्रेस और एनसीपी ने बढ़ाया दबाव
इस घटना के बाद कांग्रेस और एनसीपी ने भाजपा पर तीखे सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस का दावा है कि यह भाजपा की रणनीति का हिस्सा है, जिससे लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है।
भाजपा की आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं
भाजपा के खिलाफ धन वितरण के आरोपों और 62 लाख रुपये से अधिक की बरामदगी से महाराष्ट्र की राजनीति में गरमाहट बढ़ गई है। राजुरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की छवि को बड़ा झटका लगा है। यह मामला आने वाले विधानसभा चुनावों में विपक्षी दलों को भाजपा के खिलाफ एक बड़ा मुद्दा दे सकता है। भाजपा की तरफ से इन आरोपों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पार्टी पर बढ़ते दबाव ने उसे रक्षात्मक स्थिति में ला दिया है।