चंद्रपूर शहर में अपराधियों के बढ़ते हौसले अब पुलिस तक पहुंच चुके हैं। अपराधियों ने अब निडर होकर पुलिसकर्मियों पर हमला करने की हिम्मत दिखा दी है। शुक्रवार, 7 मार्च की रात, चंद्रपूर के पठाणपुरा गेट के पास स्थित पिंक पैराडाइज बार में दो पुलिसकर्मी बैठे थे, तभी वहां एक युवक के साथ उनका विवाद हो गया। यह विवाद इतना बढ़ा कि युवक ने कुछ और साथियों को बुलाकर दोनों पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला कर दिया।
Whatsapp Channel |
निर्दयता की सारी हदें पार, पुलिसकर्मी पर चाकू से ताबड़तोड़ वार
हमलावरों ने पूरी तैयारी के साथ हमला किया और चाकू से पुलिसकर्मी दिलीप चव्हाण और समीर चाफले पर बर्बर तरीके से वार किए। इस क्रूर हमले में दिलीप चव्हाण की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि समीर चाफले गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना की खबर मिलते ही जिला पुलिस अधीक्षक मुमक्का सुदर्शन अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हो सकी है।
अवैध गतिविधियों का गढ़ बन चुका पठाणपुरा, नागरिकों में दहशत
पठाणपुरा गेट और उसके आसपास का इलाका पहले से ही अवैध गतिविधियों का केंद्र माना जाता है। यहां चोरी, शराब माफिया और अन्य आपराधिक गतिविधियां अक्सर होती रहती हैं। स्थानीय लोग पहले भी इस इलाके में बढ़ते अपराधों की शिकायत कर चुके हैं, लेकिन पुलिस की अनदेखी के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हो चुके हैं।
क्या थी हमले की असली वजह? पुलिस कर रही जांच
अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि पुलिसकर्मियों और युवक के बीच झगड़ा किस कारण हुआ था। पुलिस इस हमले की पूरी तहकीकात कर रही है और इलाके के CCTV फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
पुलिसकर्मी की हत्या से आक्रोश, अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
एक पुलिसकर्मी की ड्यूटी के दौरान हत्या ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। नागरिकों में भारी आक्रोश है, और लोग अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
चंद्रपूर में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाएं प्रशासन और पुलिस व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं। अब देखना यह है कि क्या इस जघन्य अपराध के दोषियों को जल्द ही पकड़कर कठोर सजा दी जाएगी, या फिर यह मामला भी अन्य घटनाओं की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा?