चंद्रपुर जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक (CDCC BankCDCC Bank) की भर्ती प्रक्रिया में बड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। भाजपा विधायक किशोर जोरगेवारविधायक किशोर जोरगेवार ने विधानसभा में दावा किया कि एक पद के लिए 40 लाख रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है। यह बयान भर्ती प्रक्रिया को लेकर पहले से ही उठ रहे सवालों को और गहराता है। उन्होंने कहा कि यह पूरी भर्ती प्रक्रिया ही संदिग्ध है।
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तकनीकी गड़बड़ी और परीक्षार्थियों का हंगामा
बैंक द्वारा क्लर्क के 261 और चपरासी के 97 पदों के लिए भर्ती परीक्षा 21, 22 और 23 दिसंबर को आयोजित की जा रही है। परीक्षा के दौरान तकनीकी समस्याओं, गलत सवालों और सर्वर डाउन होने के कारण परीक्षार्थियों ने कई जगह हंगामा किया। चंद्रपुर के डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर कॉलेज में छात्रों ने सवालों की गलत प्रस्तुति के चलते गुस्सा जाहिर किया।
परीक्षा केंद्रों पर प्रदर्शन और नारेबाजी
राज्य के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर सर्वर डाउन होने से कई छात्रों को परीक्षा बीच में ही छोड़नी पड़ी। नाराज परीक्षार्थियों ने नारेबाजी की और परीक्षा रोकने की मांग की। छात्र बैंक अधिकारियों को फोन कर जानकारी लेना चाह रहे थे, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला, जिससे उनका गुस्सा और बढ़ गया।
भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
विधायक जोरगेवार ने आरोप लगाया कि इस भर्ती प्रक्रिया में दलाल सक्रिय हैं, जो उम्मीदवारों से संपर्क कर प्रत्येक पद के लिए 40 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि चंद्रपुर जिला बैंक की भर्ती परीक्षा चंद्रपुर में नहीं होकर पुणे, नासिक, औरंगाबाद जैसे शहरों में क्यों हो रही है।
पहला सत्र रद्द और गड़बड़ी का खामियाजा
तकनीकी गड़बड़ियों के कारण पहले सत्र की परीक्षा रद्द कर दी गई। बैंक ने घोषणा की है कि रद्द परीक्षा अब 23 दिसंबर को आयोजित की जाएगी। वहीं, आज के बाद के सभी सत्र सामान्य रूप से होंगे। परीक्षा प्रक्रिया की जिम्मेदारी आईटीआई लिमिटेड मुंबई को सौंपी गई थी, लेकिन खराब प्रबंधन और तकनीकी समस्याओं ने छात्रों को मानसिक और आर्थिक परेशानी में डाल दिया।
पुराने विवाद और अदालत का हस्तक्षेप
चंद्रपुर जिला सहकारी बैंक की भर्ती प्रक्रिया लंबे समय से विवादों में रही है। पहले मुख्यमंत्री और राज्य सरकार ने इस भर्ती को स्थगित कर दिया था। बाद में नागपुर उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने सरकारी हस्तक्षेप को खारिज करते हुए भर्ती प्रक्रिया फिर से शुरू करने का आदेश दिया था।
परीक्षार्थियों में नाराजगी
31,156 उम्मीदवारों ने इस भर्ती के लिए आवेदन किया था, लेकिन प्रबंधन में खामी और परीक्षा स्थलों पर समस्याओं से परीक्षार्थी निराश हैं। छात्रों का कहना है कि प्रक्रिया को दोबारा व्यवस्थित तरीके से चलाया जाना चाहिए ताकि उनके भविष्य को नुकसान न हो।
अब देखना यह है कि बैंक और राज्य सरकार इन आरोपों और तकनीकी खामियों को कैसे सुधारती है और छात्रों के भरोसे को कैसे वापस लाती है।