Chandrapur Assembly Election Campaign: Politics Heats Up Over Alleged ‘Khoke’ Controversy in Guwahati, Vijay Wadettiwar Targets Kishor Jorgewar”
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- “पलटी मारने में माहिर हैं जोरगेवार”: वडेट्टीवार ने भाजपा नेता पर कसा तंज
- चंद्रपुर भाजपा में गुटबाजी उजागर, मुनगंटीवार-अहीर विवाद से जोरगेवार को नुकसान की भविष्यवाणी
- कांग्रेस की प्रचार सभा में शिंदे-फडणवीस सरकार की नीतियों पर तीखे सवाल
गुवाहाटी में कथित “खोके” बांटने की खबर मिलते ही विधायक किशोर जोरगेवार वहां पहुंच गए। इस घटना पर चंद्रपुर से कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने जोरदार निशाना साधा। उन्होंने जोरगेवार को “पलटी मारने वाला नेता” बताते हुए कहा कि पहले उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस से विधायक बनने की कोशिश की, लेकिन जब बात नहीं बनी, तो भाजपा का दामन थाम लिया।
वडेट्टीवार ने चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पडवेकर के समर्थन में आयोजित एक भव्य सभा में यह बयान दिया। उन्होंने भाजपा के नेताओं के बीच चल रही अंदरूनी गुटबाजी को लेकर भी तंज कसा। उनका कहना था कि सुधीर मुनगंटीवार और हंसराज अहीर के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है, जिससे जोरगेवार का नुकसान तय है।
भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी पर तंज
वडेट्टीवार ने चंद्रपुर भाजपा में गुटबाजी पर चर्चा करते हुए कहा, “जब मुनगंटीवार विरोध करते हैं और अहीर समर्थन करते हैं, तो हमेशा कुछ गड़बड़ होती है।” उन्होंने दावा किया कि भाजपा की यह आंतरिक लड़ाई जोरगेवार के लिए हानिकारक साबित होगी।
कांग्रेस की प्रचार सभा और भाजपा पर हमले
चंद्रपुर के गांधी चौक पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पडवेकर के समर्थन में आयोजित सभा में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक और विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने हिस्सा लिया। वडेट्टीवार ने इस अवसर पर शिंदे-फडणवीस सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए भाजपा पर भ्रष्टाचार और जनता का भरोसा तोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा की आंतरिक लड़ाई और भ्रष्टाचार के मामलों ने जनता को निराश किया है। कांग्रेस नेताओं ने सभा में भाजपा के खिलाफ जनता को जागरूक किया और कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की।
यह घटना न केवल भाजपा की आंतरिक गुटबाजी को उजागर करती है, बल्कि विपक्ष को चुनावी मुद्दे के रूप में भाजपा के नेतृत्व पर सवाल उठाने का मौका भी देती है। गुवाहाटी के कथित “खोके” विवाद ने जहां जोरगेवार को निशाने पर ला दिया है, वहीं कांग्रेस इस मौके को अपने लिए सकारात्मक माहौल बनाने में इस्तेमाल कर रही है।