- नई नियुक्तियों से भड़का विवाद, पार्टी में गुटबाजी खुलकर सामने
- निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी, बाहरी चेहरों को बड़े पद
- पूर्व उपाध्यक्ष राजेंद्र अडपेवार का इस्तीफा, कई और नेता दे सकते हैं झटका
चंद्रपुर जिले की भारतीय जनता पार्टी (BJP) में इन दिनों सियासी घमासान मचा हुआ है। महानगर अध्यक्ष सुभाष कासनगोट्टूवार द्वारा घोषित नई महानगर कार्यकारिणी ने पार्टी के भीतर बगावत की चिंगारी भड़का दी है। आरोप है कि पार्टी बदलकर आए नेताओं और संदिग्ध निष्ठा वाले चेहरों को बड़े-बड़े पद सौंपे गए हैं, जबकि वर्षों से पार्टी के लिए संघर्ष कर रहे जमीनी कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर दिया गया है।
पूर्व नगरसेवक का इस्तीफा, चिंगारी से लपटें
पूर्व नगरसेवक और शहर उपाध्यक्ष राजेंद्र अडपेवार ने इस निर्णय के विरोध में तत्काल प्रभाव से अपना इस्तीफा दे दिया। अडपेवार, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर के करीबी माने जाते हैं। उन्होंने अपना इस्तीफा भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार और किशोर जोरगेवार को भेजते हुए पत्र में तीखा आरोप लगाया—
> “पार्टी के वफादार कार्यकर्ताओं का अपमान हो रहा है। जिन्होंने भाजपा को जीवन समर्पित किया, उन्हें किनारे कर दलबदलुओं को इनाम दिया जा रहा है। ऐसे हालात में मैं सामान्य कार्यकर्ता के रूप में काम करना ही उचित समझता हूं।”
सूत्रों के मुताबिक, अडपेवार के इस्तीफे के बाद कई और पदाधिकारी भी त्यागपत्र देने की तैयारी में हैं, जिससे चंद्रपुर भाजपा में अंदरूनी कलह खुलकर सामने आने के आसार हैं।
विवाद की जड़: शिवसेना, यंग चांदा ब्रिगेड और कांग्रेस से आए चेहरे
नई कार्यकारिणी में शिवसेना से आए नेताओं, यंग चांदा ब्रिगेड के सदस्यों और कांग्रेस मंच से लौटे चेहरों को महामंत्री, उपाध्यक्ष, सचिव और आमंत्रित सदस्य जैसे अहम पद दिए गए हैं। यह नियुक्तियां पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच गहरी नाराजगी का कारण बनी हैं।
पुराने विवाद का ताजा अध्याय
इससे पहले भी भाजपा के तत्कालीन महानगर उपाध्यक्ष एडवोकेट राहुल घोटेकर ने 9 सितंबर 2024 को कांग्रेस से टिकट की उम्मीद में भाजपा की प्राथमिक सदस्यता और पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि उन्होंने आधिकारिक रूप से दोबारा भाजपा में वापसी नहीं की, लेकिन ताजा कार्यकारिणी में उन्हें उपाध्यक्ष पद दे दिया गया। यह कदम भी पार्टी के पुराने नेताओं के गुस्से का बड़ा कारण बना।
संभावित असर: चुनाव से पहले बढ़ी चिंता
चंद्रपुर भाजपा में मची यह कलह ऐसे समय पर सामने आई है जब पार्टी आगामी चुनावों की तैयारी कर रही है। हंसराज अहीर गुट और सुधीर मुनगंटीवार-किशोर जोरगेवार गुट के बीच खींचतान पहले से ही चर्चा में थी। अब कार्यकारिणी विवाद ने पार्टी की एकजुटता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
#ChandrapurBJP #RajendraAdpewar #BJPResignation #PoliticalCrisis #BJPControversy #DefectorsRow #ChandrapurPolitics #MaharashtraNews
