4 हथियारों के अलावा चाकू जब्त, पुलिस कर रही गहन जांच
चंद्रपुर जिला पुलिस अधीक्षक मुम्माका सुदर्शन ने मीडिया को दिये बयान में कहा है कि बिनबागेट परिसर के शाही दरबार होटल में घटित गोलीबारी की वारदात में मारा गया हाजी सरवर शेख की हत्या उसके ही साथीदारों ने की। वर्ष 2009 से अनेक अपराधों में उसका साथ देने वाले समीर शेख सरवर नामक साथीदार इस गोलीबारी व हत्या के प्रकरण का मुख्य आरोपी है। कुल 5 आरोपियों ने आत्मसमर्पण किया। इस प्रकरण के अन्य आरोपियों की भी तलाश जारी है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 4 हथियार और एक चाकू जब्त किया है। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है। Chandrapur Crime
SP सुदर्शन ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि जब शाम 4 बजे के दौरान गोलीबारी की वारदात घटी तो हमें ज्ञात हुआ कि घायल को अस्पताल पहुंचाया गया है तो वहां वह मृत पाया है। मृतक का नाम हाजी सरवर शेख है। इसके तुरंत आधे घंटे में ही हमने हमलावर आरोपियों के ठिकाने का पता लगाया, लेकिन तब तक आरोपियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया। पुलिस हिरासत में कुल 5 आरोपी हैं। इन पर इसके पूर्व भी अनेक मामले दर्ज है। इसमें मुख्य आरोपी है समीर शेख सरवर अलियास प्रमोद, यह वर्ष 2009 से 2016 तक हाजी के साथ रह रहा था। समीर अनेक मामलों में आरोपी भी रहा है। वर्ष 2014 में दोनों एक हत्या के मामले में आरोपी थे, इसलिए इन दोनों के खिलाफ वर्ष 2016 में पुलिस ने मकोका का भी अपराध दर्ज किया था। इस प्रकरण में वे दोनों साथ में जेल में भी थे, पश्चात वे रिहा भी हुए। बीते 3 वर्षों से इन दोनों में आपसी रंजिश चल रही थी। पैसों को लेकर और आपसी खुन्नस के चलते इनमें विवाद हो रहे थे। हाल ही में उनमें आपसी विवाद होने की भी जानकारी मिल रही है। पुलिस ने समीर शेख से पूछताछ की तो उसने बताया कि हाजी की ओर से उसकी जान को खतरा था और नागपुर में उसे पर हमले की आशंका थी, इसलिए आरोपियों ने हाजी को खत्म करने की योजना बनाई। इस योजना को अंजाम देने के लिए 3 आरोपी दिग्रस से, एक नागपुर से और एक आरोपी घुग्घुस-नकोड़ा से शामिल हुए। पुलिस ने इन 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें समीर शेख, प्रशांत राजेंद्र मलवेनी, नीलेश, श्रीकांत और राजेश को हिरासत में लिया जा चुका है। आरोपियों के पास से 4 हथियार और चाकू भी जब्त किया जा चुका है। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गोलीबारी की वारदात के बाद चंद्रपुर और खासकर घुग्घुस में तनाव की स्थिति बनी हुई है। घुग्घुस के नकोड़ा शहर में सन्नाटा पसरा हुआ है। यहां पुलिस का कड़ा बंदोबस्त देखा जा रहा है। कल शाम ढलते ही अनेक दुकानें तय समय से पूर्व ही बंद देखी गई। आज मंगलवार की सुबह हाजी के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद उसके पार्थिव को नकोड़ा के उसके निवास स्थान पर लाया जाएगा। यहां के मुस्लिम कब्रिस्तान में उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
कुछ नागरिकों का कहना है कि हाजी जब जेल से रिहा हुआ तो उसने आपराधिक गतिविधियों से मुंह मोड़ लिया था। बीते डेढ़-दो वर्षों में किसी भी अपराध में उसका नाम नहीं उछला। अचानक से यह वारदात घटित होने के कारण हाजी के परिवार और परिचितों में शोकपूर्ण वातावरण बना हुआ है। इधर, पुलिस इस प्रकरण की गहनता से जांच कर रही है। इस वारदात में अन्य आरोपियों के शामिल होने की आशंकाओं के मद्देनजर पुलिस हर दिशा में जांच करने में जुटी हुई है। फिलहाल तनावपूर्ण वातावरण को शांत रखने में पुलिस का कड़ा नियंत्रण दिखाई पड़ रहा है।
