चंद्रपुर में हाल ही में हुए गैंगवॉर के दौरान हुई गोलीबारी की घटना पर जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण देना बेहद चिंताजनक है और यह प्रथा बंद होनी चाहिए, जो एक गंभीर समस्या है।
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मुनगंटीवार ने पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए हैं कि वे उन राजनीतिक नेताओं के कॉल्स को सार्वजनिक करें, जो अपराधी गिरोहों और गुंडों की मदद के लिए पुलिस थानों में कॉल करते हैं। उन्होंने दृढ़ संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि वे चंद्रपुर में अपराध की इस बीमारी को आगे बढ़ने नहीं देंगे। उनका मानना है कि अपराध का यह ‘कैंसर’ अभी शुरुआती चरण में है, और इसे रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
चंद्रपुर जिले में जुलाई महीने से गोलीबारी और गंभीर अपराधों की श्रृंखला शुरू हो गई है। एक समय शांतिपूर्ण माने जाने वाले इस जिले में अपराधियों के गिरोह युद्ध ने अशांति फैला दी है। अब स्थिति यह है कि शहर के सार्वजनिक स्थलों पर बड़े अपराध आसानी से हो रहे हैं, और पुलिस प्रशासन इन्हें नियंत्रित करने में असफल दिखाई दे रहा है।
दो दिन पहले, कुख्यात अपराधी हाजी सरवर शेख की हत्या होटल शाही दरबार में 5 व्यक्तियों द्वारा गोली मारकर कर दी गई। यह घटना शहर के बीचोंबीच हुई, और अब सवाल उठ रहे हैं कि चार बंदूकों के साथ 6 युवक शहर में घूमते रहे और पुलिस को इसकी भनक तक क्यों नहीं लगी? यह सवाल जनता के मन में उठ रहा है।
चंद्रपुर में अब तक जितनी भी गोलीबारी की घटनाएं हुई हैं, वे सभी सार्वजनिक स्थानों पर हुई हैं। इनमें चंद्रपुर शहर में दो राजुरा और बल्लारपुर में एक-एक घटना शामिल है। इन गिरोह युद्धों में अब तक दो लोगों की जान जा चुकी है।
मंत्री मुनगंटीवार ने पुलिस प्रशासन से कहा है कि वे इस “गुंडागर्दी के कैंसर” को और बढ़ने से रोकें और चंद्रपुर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाएं।