लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने चंद्रपुर जिले में बाढ़ संकट को और गहरा दिया है। मौसम विभाग द्वारा पहले जारी किया गया ऑरेंज अलर्ट अब पूरी तरह सही साबित होता दिखाई दे रहा है।
बांध के गेट खुलने से बढ़ा जलस्तर
चंद्रपुर के इरई बांध के सात गेट खोले जाने से इरई-वर्धा नदी उफान पर है। वर्धा नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुँच गया है, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया है। राजुरा-बामनी मार्ग पर बने पुल को यातायात के लिए बंद करना पड़ा। गोंडपिपरी तहसील के कई मार्ग – आर्वी-धनोरा, तोहोगाँव-आर्वी, तोहोगाँव-पचगाँव-कुदेसावली-कोठारी, और सारंडी-वेजगाँव – बाढ़ के पानी में डूब गए हैं।
जनजीवन अस्त-व्यस्त
नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से जिले की छह प्रमुख सड़कों पर यातायात रोकना पड़ा है। ग्रामीणों को अब वैकल्पिक मार्गों से लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है। कई गांव आंशिक रूप से कट गए हैं। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बाधित होने लगी है। कई घरों और खेतों में पानी घुस गया है, जिससे आमजन परेशान हैं।
प्रशासन सतर्क, राहत कार्यों की तैयारी
जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीम को अलर्ट पर रखा है। गांव-गांव में लाउडस्पीकर से एनाउंसमेंट कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है। पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें लगातार प्रभावित क्षेत्रों में तैनात हैं।बाढ़ग्रस्त इलाकों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
स्थिति चिंताजनक
लगातार हो रही बारिश और कैचमेंट एरिया में बढ़ते जलप्रवाह के चलते वर्धा नदी उफान पर है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
चंद्रपुर जिला एक बार फिर बाढ़ की मार झेल रहा है, और अगले कुछ दिनों तक स्थिति और गंभीर हो सकती है यदि बारिश का दौर जारी रहता है।
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