जिले में बढ़ रहे महिलाओं से संबंधित वारदातों के मद्देनजर जिला पुलिस प्रशासन के पास अनेक प्रस्ताव पेश किये। साथ ही इस संदर्भ में पुलिस विभाग के आला अफसरों से विस्तार से इस पर चर्चा की। पुलिस प्रशासन की ओर से अनेक प्रस्तावों को मंजूर कर उस पर अमल करने का आश्वासन दिया गया। जिसमें महिला सुरक्षा दल की स्थापना, गोपनीय सलाह सेवा और 24×7 हेल्पलाइन की सिफारिशों का समावेश है। यदि इन सिफारिशों को लागू किया जाता है तो जिले में घटित हो रहे महिलाओं से संबंधित वारदातों में कमी आएगी, यह दावा आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों ने किया है। Women’s Safety
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व्यापक जनजागृति अभियान:
इस अभियान के तहत महिलाओं को उनके अधिकार, सुरक्षा उपायों और उपलब्ध सहायता सेवाओं के बारे में जागरूक किया जाएगा। इसके साथ ही, आत्महत्या रोकथाम और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
गोपनीय सल्ला सेवा:
जो महिलाएं मानसिक तनाव, ब्लैकमेलिंग या उत्पीड़न का सामना कर रही हैं, उनके लिए गोपनीय सलाह और मदद उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ ही 24×7 हेल्पलाइन की सुविधा भी दी जाएगी जिससे महिलाएं कभी भी सहायता प्राप्त कर सकें।
त्वरित प्रतिक्रिया दल:
ऐसी स्थिति में जहां तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता हो, पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई के लिए एक विशेष प्रतिक्रिया दल तैनात किया जाएगा। विशेष रूप से अत्याचार और ब्लैकमेलिंग की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
नियमित मूल्यांकन और फॉलो-अप:
इन सभी उपक्रमों के प्रभाव का समय-समय पर मूल्यांकन किया जाएगा और जरूरत के हिसाब से उनमें सुधार किया जाएगा।
व्हाट्सएप ग्रुप की स्थापना:
पुलिस और नागरिकों के बीच सीधा संवाद स्थापित करने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाने की योजना भी रखी गई है। इसके माध्यम से सुरक्षा संबंधी सुझाव और महत्वपूर्ण जानकारी साझा की जाएगी।
महिला सुरक्षा समिति का गठन:
निजी संस्थानों और व्यापारी संगठनों में महिला सुरक्षा के लिए विशेष समिति स्थापित करने का प्रस्ताव भी रखा गया है। साथ ही, शैक्षणिक संस्थानों में मार्गदर्शन कक्ष स्थापित किए जाएंगे ताकि महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा सके।
महिला सुरक्षा पर सख्त कदम:
मयूर राईकवार ने कहा, “चंद्रपुर जिले में महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ बढ़ते अपराध, विशेष रूप से छात्राओं की आत्महत्या, अत्याचार और ब्लैकमेलिंग की घटनाएं चिंता का विषय हैं। हम चाहते हैं कि पुलिस प्रशासन इन सुझावों को गंभीरता से ले और तुरंत इन्हें लागू करे।” उन्होंने यह भी कहा, “इन उपायों से महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा में सुधार होगा, अत्याचार कम होंगे और आत्महत्या की घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी।”
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का आश्वासन:
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रिना जनबंधु ने इस प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए निजी संस्थानों और व्यापारी संगठनों में महिला सुरक्षा कार्यक्रम आयोजित करने का आश्वासन दिया है। साथ ही, उन्होंने इस गंभीर मुद्दे पर कड़ी कार्रवाई करने का भी वादा किया है।
उपस्थित पदाधिकारी:
इस प्रस्ताव को प्रस्तुत करने के दौरान उपस्थित प्रमुख पदाधिकारी मयूर राईकवार राजकुमार नगराले, प्रशांत सिदुरकर, राजू कूड़े, कुणाल शेट्टे, योगेश गोखरे, संघम सागोरे, एड. तबस्सुम शेख, आदित्य नंदनवार, अनूप तेलतुंबड़े