गंजवाड़ में डस्टर कार से 35 ज़िंदा कारतूस, 2 पिस्तौलें और देशी कट्टे बरामद; बहुरिया-अंधेवार गैंग के बीच प्रतिशोध की आग, 4 आरोपी गिरफ्तार
चंद्रपुर। शहर एक बड़ी और भयावह वारदात से बाल-बाल बच गया है। पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के कारण चंद्रपुर में दो कुख्यात गिरोहों के बीच होने वाला एक बड़ा खूनी गैंगवार टल गया। शहर पुलिस ने गंजवाड़ क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई करते हुए हथियारों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया है, जिसने पूरे शहर में सनसनी फैला दी है।
वर्चस्व की जंग और प्रतिशोध: पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चंद्रपुर जिले में पिछले कुछ वर्षों से ‘बहुरिया गैंग’ और ‘अंधेवार गैंग’ के बीच वर्चस्व की खूनी जंग जारी है। यह संघर्ष उस समय और भी अधिक बढ़ गया जब ‘सुरज बहुरिया’ की हत्या हो गई। सुरज की मौत के बाद उसकी गैंग ने ‘अंधेवार गैंग’ से बदला लेने की कसम खाई थी। बताया जाता है कि ‘अंधेवार गैंग’ के सरगना पर पहले भी दो बार जानलेवा गोलीबारी हो चुकी है, जिससे दोनों गुटों के बीच का तनाव चरम पर है और वे एक-दूसरे के जानी दुश्मन बन चुके हैं।
गुप्त सूचना पर त्वरित कार्रवाई: पुलिस को गुप्त सूत्रों से महत्वपूर्ण सूचना मिली कि कुछ युवक एक काले रंग की डस्टर कार में हथियारों से लैस होकर गंजवाड़ इलाके में घूम रहे हैं और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। सूचना मिलते ही शहर पुलिस की एक टीम ने तुरंत गंजवाड़ इलाके में घेराबंदी कर वाहन की तलाशी ली।
तलाशी के दौरान, कार से बरामद हथियारों का जखीरा देखकर पुलिस के होश उड़ गए।
बरामद हथियारों का जखीरा:
- 2 माउजर (पिस्तौलें)
- 2 देशी कट्टे
- 4 धारदार चाकू
- कुल 35 ज़िंदा कारतूस
पुलिस ने मौके से छोटू सूर्यवंशी समेत चार आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया, जबकि कुछ अन्य आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब रहे।
बड़ा सवाल: हथियारों का स्रोत क्या है? पुलिस सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि यदि समय रहते यह कार्रवाई नहीं की जाती, तो शहर में एक खूनी टकराव और बड़ा गैंगवार होना निश्चित था। फिलहाल, पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि फरार आरोपियों और इस बड़े षड्यंत्र के पीछे के मुख्य साजिशकर्ताओं का पता लगाया जा सके।
इस पूरी घटना ने चंद्रपुर शहर के नागरिकों को झकझोर कर रख दिया है, और सबसे बड़ा सवाल यह उठ गया है कि आखिर इन कुख्यात गैंगों को इतनी बड़ी मात्रा में अवैध हथियार कहाँ से मिल रहे हैं? पुलिस अब इस दिशा में भी गहराई से जांच कर रही है ताकि हथियार तस्करी के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जा सके। शहर में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है।
