यह कदम सांसद प्रतिभा धानोरकर के बढ़ते प्रभाव और वरोरा क्षेत्र में बदलते राजनीतिक समीकरणों का संकेत है, जिससे आगामी चुनावों में कांग्रेस को मजबूती मिल सकती है।
चंद्रपुर-वणी-आर्णी लोकसभा क्षेत्र की सांसद प्रतिभा धानोरकर की कार्यशैली से प्रेरित होकर, वरोरा के एक प्रमुख राजनीतिक चेहरे और भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता, अहेतेशाम अली ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी में वापसी की है। वरोरा नगर परिषद के पूर्व नगराध्यक्ष, भाजपा के पूर्व जिला सचिव और भाजपा अल्पसंख्यक आघाडी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष रह चुके अली का यह कदम क्षेत्र की राजनीति में एक महत्वपूर्ण फेरबदल माना जा रहा है।
यह पक्ष प्रवेश समारोह रविवार को नागपुर के प्रेस क्लब में आयोजित किया गया, जहाँ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हर्षवर्धन सपकाळ और सांसद प्रतिभा धानोरकर प्रमुख रूप से उपस्थित रहीं।
मजबूत जनाधार वाले नेता की ‘घर वापसी’
अहेतेशाम अली की राजनीतिक जड़ें कांग्रेस में ही रही हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एनएसयूआय और युवक कांग्रेस से की थी और वरोरा शहर कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर भी रहे। हालांकि, 2014 में पूर्व मंत्री स्वर्गीय संजय देवतळे के साथ उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। पिछले दस वर्षों से वे भाजपा में सक्रिय थे और उन्होंने पार्टी में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।
2016 के वरोरा नगर परिषद चुनाव में, उन्होंने भाजपा उम्मीदवार के रूप में जिले में सर्वाधिक मतों से नगराध्यक्ष का पद जीतकर अपनी लोकप्रियता और मजबूत जनाधार को साबित किया था। हाल के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 21,000 से अधिक मत प्राप्त कर यह सिद्ध कर दिया था कि क्षेत्र के मतदाताओं पर उनकी गहरी पकड़ है।
क्यों छोड़ा भाजपा का साथ?
पक्ष प्रवेश के अवसर पर अहेतेशाम अली ने स्पष्ट किया कि उन्होंने यह निर्णय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सांसद और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, और महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व पर विश्वास जताते हुए लिया है। उन्होंने विशेष रूप से चंद्रपुर की सांसद प्रतिभाताई धानोरकर की सर्वसमावेशक और विकासोन्मुख कार्यशैली को अपनी प्रेरणा बताया। उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई में अपना योगदान देने के लिए वे कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
कई अन्य दलों के पदाधिकारी भी कांग्रेस में हुए शामिल
अहेतेशाम अली के साथ-साथ विभिन्न दलों के कई अन्य स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की, जिससे यह आयोजन और भी महत्वपूर्ण हो गया। इनमें प्रमुख हैं:
- भद्रावती भाजपा तालुकाध्यक्ष तुळशीराम श्रीरामे
- दादापाटील झाडे (संचालक, नंदोरी सेवा सहकारी संस्था)
- अशरफ खान (जिला महासचिव, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, माजरी)
- आशिष ठाकरे, बंडूभाऊ लभाने, सादिक अली, शाहिद अली, धर्मेंद्र हवेलीकर
- अनिल खडके (पूर्व सरपंच), मारोती झाडे (पूर्व सरपंच, टेमुर्डा)
- गणेश जोगी (ग्रामपंचायत सदस्य, फत्तापूर), जयंत चंदनखेडे
- सुभाष वाटकर (पंचायत समिति प्रमुख, बोर्डा)
- सौ. चंद्रकलाताई मते (अध्यक्ष, महिला गुरुदेव सेवा मंडळ, वरोरा)
- जितुभाऊ कांबळे (ग्रामपंचायत सदस्य, बोर्डा)
इस सामूहिक प्रवेश से वरोरा और आसपास के क्षेत्रों में कांग्रेस को जमीनी स्तर पर नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद है। यह घटनाक्रम भाजपा के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि उसने एक मजबूत अल्पसंख्यक चेहरे और जमीनी पकड़ वाले नेता को खो दिया है।
