स्व-शिक्षण से हासिल की अभूतपूर्व सफलता, AIR-79 के साथ AFCAT में प्रथम प्रयास में चयन
चंद्रपुर जिले के सुपुत्र प्रणय जितेंद्र जनबंधु ने भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) में फ्लाइंग ऑफिसर जैसे प्रतिष्ठित पद पर चयनित होकर जिले का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने यह उल्लेखनीय सफलता बिना किसी कोचिंग के, केवल अपने आत्मविश्वास, अनुशासन और कठोर परिश्रम के बल पर प्राप्त की है।
प्रणय जनबंधु चंद्रपुर शहर के पडोली क्षेत्र स्थित साई रेसिडेंसी के निवासी हैं। उनके पिता जितेंद्र जनबंधु और माता निता जनबंधु सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं। प्रणय ने बचपन से ही अपने पिता की अधूरी देशसेवा की इच्छा को पूर्ण करने का संकल्प लिया था और उसी मार्ग पर चलकर उन्होंने यह लक्ष्य हासिल किया।
शिक्षा की बात करें तो प्रणय ने अपनी दसवीं तक की पढ़ाई सेंट मेरी हाई स्कूल, दुर्गापुर से की और बारहवीं कक्षा IIT होम, नागपुर से पूर्ण की। इसके बाद उन्होंने प्रतिष्ठित IIT रुड़की से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में B.Tech की डिग्री प्राप्त की। पढ़ाई पूरी करने के बाद वे बेंगलुरु की एक निजी कंपनी में कार्यरत रहे, किन्तु देशसेवा का सपना छोड़ने के बजाय उन्होंने नौकरी के साथ ही AFCAT (Air Force Common Admission Test) जैसी कठिन परीक्षा की तैयारी स्वयं अध्ययन से शुरू की।
अपने पहले ही प्रयास में प्रणय ने 2 AFSB मैसूर चयन केंद्र से परीक्षा देकर ऑल इंडिया रैंक 79 (AIR-79) हासिल की और फ्लाइंग ऑफिसर पद के लिए चयनित हुए। उनकी इस सफलता ने जिले के युवाओं को एक नई दिशा और प्रेरणा दी है।
प्रणय की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए गर्व की बात है, बल्कि पूरे चंद्रपुर जिले के लिए भी सम्मान का विषय बन गई है। IIT जैसे संस्थान से पढ़ाई करने के बावजूद उन्होंने कॉर्पोरेट करियर को पीछे छोड़ देशसेवा को चुना, जो आज के युवाओं के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण है।
उनकी यह प्रेरणादायक यात्रा यह दर्शाती है कि यदि संकल्प दृढ़ हो और मेहनत ईमानदार हो, तो बिना कोचिंग और सीमित संसाधनों के बावजूद भी कोई भी युवा अपने सपनों को साकार कर सकता है।
चंद्रपुर के प्रणय जनबंधु ने बिना कोचिंग के AFCAT परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 79 हासिल कर भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में चयन पाया। उनकी प्रेरणादायक सफलता युवाओं के लिए एक मिसाल बनी है।
