महाराष्ट्र सरकार के 100 दिवसीय कार्ययोजना के अंतर्गत ‘औद्योगिक निवेश हेतु अनुकूल वातावरण निर्माण’ उपक्रम के तहत चंद्रपुर जिले में उद्योग क्षेत्र को नई गति देने के उद्देश्य से डिस्ट्रीक्ट इन्व्हेस्टमेंट समीट – 2025 का आयोजन शुक्रवार को नियोजन भवन में किया गया। इस अवसर पर 12 उद्योगों के साथ कुल 17431 करोड़ रुपये के निवेश के लिए सामंजस्य करार (MoU) किए गए। इससे जिले में 14,100 प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
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मंच पर प्रमुख जनप्रतिनिधि और अधिकारी रहे मौजूद
इस समारोह में वित्त मंत्री व विधायक सुधीर मुनगंटीवार, विधायक किशोर जोरगेवार, जिलाधिकारी विनय गौडा जी.सी., मुख्य कार्यकारी अधिकारी विवेक जॉनसन, उद्योग विभाग के सह-संचालक गजेंद्र भारती, मैत्री संस्था के नोडल अधिकारी पद्माकर हजारे, बांबू प्रशिक्षण केंद्र के संचालक अशोक खडसे, और जिला उद्योग केंद्र के महाव्यवस्थापक ऋतुराज सूर्य उपस्थित रहे।
विधायक सुधीर मुनगंटीवार का वक्तव्य
श्री मुनगंटीवार ने कहा कि “महाराष्ट्र की औद्योगिक क्रांति में चंद्रपुर अग्रणी भूमिका निभाए, यह हमारा संकल्प है।” उन्होंने बताया कि एमओयू साइन की गई 12 कंपनियों में से 7 स्टील क्षेत्र की हैं। नागपुर डिवीजन में महाराष्ट्र की कुल खनिज संपत्ति का 60% है, जिसमें से 75% खनिज चंद्रपुर और गढ़चिरोली जिले में मौजूद है। उन्होंने कहा कि उद्योगों को पानी, भूमि और अन्य सुविधाएं जिले में आसानी से उपलब्ध हैं।
विधायक किशोर जोरगेवार की प्रतिक्रिया
श्री जोरगेवार ने कहा कि “चंद्रपुर देश के मध्य में स्थित होने से भौगोलिक रूप से निवेश के लिए आदर्श स्थान है।” यहां पर बिजली, सड़क, जल और परिवहन की भरपूर सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि 35 हजार एकड़ जमीन उद्योगों को दी जाएगी और निवेशक चंद्रपुर को चुनकर एक दूरदर्शी निर्णय ले रहे हैं।
जिलाधिकारी विनय गौडा का दृष्टिकोण
उन्होंने कहा कि “सामंजस्य करार की यह प्रक्रिया केवल शुरुआत है। जिला प्रशासन उद्योगों को हरसंभव सहयोग देगा। इन निवेशों से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और जिले का समग्र विकास होगा।” उन्होंने बताया कि जिले में ‘इन्वेस्टमेंट प्रमोशन कमिटी’ गठित की गई है जो उद्योगपतियों की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कर रही है।
सर्वाधिक निवेश वाला जिला बना चंद्रपुर
राज्य सरकार ने नागपुर डिवीजन को 14,000 करोड़ का निवेश लक्ष्य दिया था, लेकिन केवल चंद्रपुर जिले ने ही 17,431 करोड़ रुपये की निवेश पूंजी आकर्षित की है, जो कि राज्य में अब तक का किसी एक जिले द्वारा सर्वाधिक निवेश है। यह चंद्रपुर की औद्योगिक क्षमता का प्रमाण है।
निवेश और रोजगार का विस्तृत विवरण:
कंपनी का नाम | निवेश राशि (करोड़ रुपये ) | रोजगार सृजन (संख्या ) |
दिनानाथ अलॉयड स्टील प्रा. लि. | 500 | 700 |
डब्ल्यूसीएल भटाडी | 729 | 425 |
जी. आर. कृष्ण फेरो अलॉय प्रा. लि. | 750 | 1,000 |
भाग्यलक्ष्मी स्पॉंज प्रा. लि. | 1,053 | 750 |
चमन मेटैलिक लि. | 450 | 650 |
गोवा स्पॉंज एंड पावर लि. | 2,000 | 1,500 |
कार्निवल इंडस्ट्रीज प्रा. लि. | 320 | 550 |
पाटील रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि. | 100 | 250 |
ग्रेटा एनर्जी लि. | 10,319 | 7,000 |
डीएनडी एंटरप्राइजेस प्रा. लि. | 100 | 1,000 |
कालिका स्टील एंड पावर प्रा. लि. | 1,100 | 1,000 |
जेपी एसोसिएट्स लेबोरेट्रीज | 10 | 25 |
सामाजिक दायित्व की दृष्टि से विशेष महत्व
इस निवेश सम्मेलन का उद्देश्य सिर्फ आर्थिक प्रगति नहीं बल्कि सामाजिक समावेश और युवाओं को स्थायी रोजगार देना भी है। यह पहल चंद्रपुर को न केवल औद्योगिक हब के रूप में विकसित करेगी, बल्कि ‘विकसित भारत – विकसित महाराष्ट्र’ की दिशा में भी एक ठोस कदम सिद्ध होगी।