सूक्ष्म धूलिकण और जमीनी ओज़ोन बढ़ा, प्रदूषण का हानिकारक प्रभाव बरकरार
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Maharashtra Pollution Control Board) के दैनिक वायु गुणवत्ता आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024 में 366 दिनों में से केवल 73 दिन ही प्रदूषण मुक्त रहे। 140 दिन “संतोषजनक” स्तर पर, 137 दिन “मध्यम” प्रदूषण स्तर पर, और 16 दिन “स्वास्थ्य के लिए खतरनाक” वायु गुणवत्ता रही। राहत की बात यह रही कि “हानिकारक” प्रदूषण का कोई दिन नहीं दर्ज हुआ।
Whatsapp Channel |
हालांकि 2023 की तुलना में 2024 में प्रदूषण के स्तर में हल्की कमी देखी गई, परंतु सूक्ष्म धूलिकण (PM 2.5) और जमीनी स्तर के ओज़ोन के बढ़ते स्तर ने चिंता बढ़ा दी। ग्रीन प्लैनेट सोसाइटी के अध्यक्ष सुरेश चोपने ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की इस वार्षिक रिपोर्ट को साझा किया।
औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदूषण अधिक, सर्दियों में संकट गहरा
चंद्रपुर जिले और उसके औद्योगिक क्षेत्र खुटाला में प्रदूषण का स्तर मापने के लिए कई वायु गुणवत्ता मॉनिटरिंग केंद्र स्थापित किए गए हैं। यह आंकड़े केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के बस स्टेशन के पास स्थित केंद्र से प्राप्त हुए हैं। औद्योगिक क्षेत्र घुग्घूस में प्रदूषण स्तर और भी अधिक पाया गया।
चंद्रपुर शहर को “राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम” के तहत वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए विशेष अनुदान प्राप्त हो रहा है। 2 जनवरी, 2025 को चंद्रपुर नगर पालिका की बैठक में वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए विभिन्न विभागों को कार्रवाई की योजना लागू करने के निर्देश दिए गए।
सर्दियों में प्रदूषण ने बढ़ाया स्वास्थ्य संकट
सर्दियों का मौसम स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है, परंतु प्रदूषण ने इसे भी स्वास्थ्य के लिए घातक बना दिया है। धीमी गति से चलने वाली हवाएं और कम तापमान वायु प्रदूषण को बढ़ाते हैं। अक्टूबर 2024 में 31 में से 23 दिन प्रदूषित रहे, नवंबर और जनवरी में सभी 30-31 दिन प्रदूषण दर्ज हुआ। सर्दियों के 123 दिनों में से 113 दिन प्रदूषणकारी पाए गए।
सबसे अधिक प्रदूषक तत्व कौन से?
वर्ष 2024 के 366 दिनों में:
सूक्ष्म धूलिकण (PM 2.5) का उच्च स्तर 160 दिन रिकॉर्ड किया गया।
10 माइक्रोमीटर वाले प्रदूषक 144 दिन पाए गए।
बारिश के मौसम में 54 दिन जमीनी ओज़ोन खतरनाक स्तर पर था।
2 दिनों तक कार्बन मोनोक्साइड का स्तर स्वास्थ्य के लिए चिंताजनक दर्ज हुआ।
यह आंकड़े चंद्रपुर में वायु प्रदूषण की गंभीर समस्या को उजागर करते हैं और सरकार के साथ नागरिकों को भी जिम्मेदारी से कदम उठाने की आवश्यकता है।