बल्लारपुर तालुका में जिला बाल संरक्षण कक्ष की सतर्कता से गुरुवार को एक बाल विवाह को सफलतापूर्वक रोका गया। जिला बाल संरक्षण अधिकारी कार्यालय को जानकारी मिली कि तालुका के एक गाँव में बाल विवाह होने वाला है। इस सूचना के आधार पर, जिला बाल संरक्षण कक्ष के अधिकारी और रुदय संस्था के क्षेत्रीय अधिकारी शशिकांत मोकाशे ने तुरंत विवाह स्थल का दौरा किया।
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वहाँ पहुँचने पर उन्होंने पाया कि 200 से अधिक लोगों की मौजूदगी में विवाह समारोह चल रहा था। अधिकारी ने गाँव के सरपंच के साथ हस्तक्षेप कर विवाह मंडप में जाकर बाल विवाह को रोका। इस दौरान उपस्थित नागरिकों को बाल विवाह कानून के बारे में जागरूक किया गया।
लोगों को बताया गया कि बाल विवाह के क्या दुष्परिणाम होते हैं, इसमें मिलने वाली सजा की जानकारी दी गई और बालिका के जीवन पर होने वाले नकारात्मक प्रभावों पर भी विस्तार से समझाया गया। इस समुचित मार्गदर्शन और कड़ी निगरानी से विवाह को सफलतापूर्वक रोकने में सफलता प्राप्त हुई।
इस घटना में जिला बाल संरक्षण अधिकारी अजय साखरकर, बल्लारशाह पुलिस स्टेशन की पुलिस उपनिरीक्षक श्रीमती नैताम, उनके सहयोगी, गाँव के सरपंच, और बाल विवाह कानून पर काम करने वाले शशिकांत मोकाशे प्रमुख रूप से उपस्थित थे।