लोकसभा और विधानसभा चुनावों के समय भारी संख्या में कांग्रेस उम्मीदवार को बढ़त दिलाकर जीत के सेहरा तक पहुंचाने वाले निष्ठावान कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी अब नगर परिषद के टिकट बंटवारे के समय दरकिनार किए जाने का सनसनीखेज खुलासा सोशल मीडिया पर होने लगा है।
खासकर घुग्घुस में बरसों तक कांग्रेस डेड अवस्था में रही। इसमें जान फूंकने का कठोर काम यहां के कांग्रेस नेता राजू रेड्डी और उनके सहकारियों ने किया। जी तोड़ मेहनत की। पुलिस कार्रवाई, अपराध दर्ज होने का दंश, आंदोलन, धरना, मोर्चा, पैदल मार्च, जेल भरो जैसी गतिविधियों में कांग्रेस के राजू रेड्डी समेत उनके समर्थकों ने खून-पसीना बहाया। अब जब नगर परिषद चुनावों के टिकट वितरण का समय आ गया है, रेड्डी के समर्थकों को दरकिनार कर दिया गया। इससे काफी रोष पनप रहा है।
कांग्रेस की एक विशेष लॉबी घुग्घुस कांग्रेस पर हावी होने के कारण अनेक समर्थकों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है। कल, रविवार दोपहर 12 बजे के बाद इस मसले पर तांडव हो सकता है। इस्तीफों की झड़ी लग सकती है। यदि समय रहते सांसद प्रतीभा धानोरकर एवं जिलाध्यक्ष सुभाष धोटे अपने पदाधिकारी दिनेश चोखारे के प्रेम से अलिप्त न हो पाएं तो बहुत बड़ा झटका कांग्रेस को झेलना पड़ सकता है। यह चर्चा घुग्घुस में गरमा रही है।
