कांग्रेस पार्टी ने आज चंद्रपुर में भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। पार्टी ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ “राजनीतिक रूप से प्रेरित” कार्रवाई को लेकर मोदी सरकार की कड़ी निंदा की। कांग्रेस नेताों का आरोप है कि सरकार लोकतंत्र को कमजोर करने और विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।
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“लोकतंत्र पर हमला”
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा, “ED, CBI और IT जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को डराने के लिए किया जा रहा है। यह देश की लोकतांत्रिक भावना के खिलाफ है।”
जिल्हाधिकारी को सौंपा ज्ञापन, राष्ट्रपति तक पहुंचाने की मांग
चंद्रपुर कांग्रेस के नेताओं ने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें मांग की गई कि सरकार विपक्षी नेताओं के खिलाफ “पक्षपातपूर्ण कार्रवाई” तुरंत रोके। इस प्रदर्शन में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया, जिनमें सांसद प्रतिभा धानोरकर, चंद्रपूर काँग्रेस के निरिक्षक विधायक अभिजित वंजारी, जिला प्रभारी मुजीब पठाण, जिला अध्यक्ष पूर्व विधायक सुभाष धोटे, महिला जिला अध्यक्ष सुनंदा धोबे, शहर अध्यक्ष रितेश तिवारी, पूर्वजिला अध्यक्ष विनायक बांगडे, सुभाषसिंग गौर, जिला बँके के अध्यक्ष संतोषसिंह रावत, प्रदेश सचिव विनोद दत्तात्रय, युवक काँग्रेस जिला अध्यक्ष शंतनू धोटे, राजेश अडुर, एनएसयूआयचे जिल्हाध्यक्ष सफाक शेख, प्रवीण पडवेकर, पूर्व नगराध्यक्ष घनश्याम मुलचंदाणी, अरुण धोटे, सुनीता लोढीया, सुनीता अग्रवाल, चंदा वैरागडे, नंदू नागरकर, अँड. विजय मोगरे, दिनेश चोखारे, उमाकांत धांडे, राजु रेड्डी, तालुकाध्यक्ष विजय गावंडे, अनिल नरुले, गोविंदा उपरे, नितीन गोहणे, रंजन लांडे, उत्तमराव पेचे, देविदास सातपुते, वासुदेव पाल, गुरूदास गुरूनुले, रमाकांत लोधे, खेमराज तिडके, प्रमोद चौधरी, निर्मला कुडमेथे, सोनू दिवसे शामिल थे। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने “मोदी सरकार हटाओ” के नारे लगाए और पोस्टर प्रदर्शन किया।
क्या है मामला?
हाल के दिनों में कांग्रेस नेताओं पर ED और CBI की कार्रवाई तेज हुई है। राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य ठहराया जा चुका है, जबकि सोनिया गांधी समेत कई नेताओं पर आयकर और भ्रष्टाचार के मामलों में जांच चल रही है। कांग्रेस का दावा है कि यह सब “साजिश के तहत किया जा रहा है”।
राजनीतिक रंजिश तेज
यह प्रदर्शन 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की बड़ी रणनीति का हिस्सा लग रहा है। पार्टी सरकार पर “लोकतंत्र को खतरे में डालने” का आरोप लगाकर अपने समर्थकों को एकजुट करने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने अपनी “दमनकारी नीतियां” नहीं बदलीं, तो देशव्यापी आंदोलन तेज किया जाएगा। देखना होगा कि इस प्रदर्शन का राजनीतिक असर क्या होता है।