पूर्व वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने की केंद्रीय मंत्रियों से सिफारिश
Tadoba-Andhari Tiger Reserve (TATR) is being considered for inclusion among India’s top 50 tourist destinations. Wildlife enthusiasts and conservationists demand greater recognition for this biodiversity hotspot: देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट में देश के 50 प्रमुख पर्यटन स्थलों के विकास की घोषणा की है। इसी क्रम में, महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में स्थित ताडोबा-अंधारी व्याघ्र प्रकल्प को इस सूची में शामिल करने की मांग उठी है। इस संबंध में, महाराष्ट्र के पूर्व वन मंत्री और विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने वित्त मंत्री सीतारमण सहित देश के पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को पत्र भेजकर अनुरोध किया है।
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इसके अलावा, उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, मुरलीधर मोहोळ, और महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री शंभुराजे देसाई से भी इस प्रस्ताव की सिफारिश करने का आग्रह किया है।
ताडोबा: जैव विविधता और निसर्ग पर्यटन का प्रमुख केंद्र
सुधीर मुनगंटीवार द्वारा भेजे गए निवेदन में ताडोबा व्याघ्र प्रकल्प की विशेषताओं का उल्लेख किया गया है। यह परियोजना 5010 वर्ग किलोमीटर के जंगलों से घिरी हुई है, जिसमें महाराष्ट्र के सर्वाधिक बाघ निवास करते हैं। इसके अलावा, यह इलाका जैव विविधता, निसर्ग पर्यटन और वन्यजीवों के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है।
ताडोबा की विशेषताएँ:
✅ भारत का 19वां और महाराष्ट्र का दूसरा व्याघ्र प्रकल्प।
✅ 22 सफारी गेट (6 कोर क्षेत्र में और 16 बफर क्षेत्र में)।
✅ बोटिंग, साइक्लिंग, नेचर वॉक, पक्षी निरीक्षण और साहसिक पर्यटन की सुविधाएँ।
✅ 80 प्रजातियों के स्तनधारी प्राणी, 300 से अधिक पक्षी प्रजातियाँ, 174 से अधिक तितली प्रजातियाँ।
✅ 54 प्रकार के सरीसृप, 670 से अधिक वनस्पतियाँ और 60 से अधिक प्रकार की घास।
✅ भारत का 19वां और महाराष्ट्र का दूसरा व्याघ्र प्रकल्प।
✅ 22 सफारी गेट (6 कोर क्षेत्र में और 16 बफर क्षेत्र में)।
✅ बोटिंग, साइक्लिंग, नेचर वॉक, पक्षी निरीक्षण और साहसिक पर्यटन की सुविधाएँ।
✅ 80 प्रजातियों के स्तनधारी प्राणी, 300 से अधिक पक्षी प्रजातियाँ, 174 से अधिक तितली प्रजातियाँ।
✅ 54 प्रकार के सरीसृप, 670 से अधिक वनस्पतियाँ और 60 से अधिक प्रकार की घास।
ऐतिहासिक धरोहर से भी समृद्ध ताडोबा
ताडोबा सिर्फ वन्यजीवों और प्राकृतिक सुंदरता के लिए ही नहीं, बल्कि ऐतिहासिक धरोहरों के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ ब्रिटिशकालीन दिशा दर्शाने वाले दुर्लभ मीनारें हैं। इसके अलावा, गोंड राजवंश से जुड़ा आरध्य माता महाकाली मंदिर और रानी हिराई द्वारा निर्मित राजा बिरशहा की समाधि, जो ताजमहल की टक्कर की मानी जाती है, इस क्षेत्र की ऐतिहासिक पहचान को और भी मजबूत बनाते हैं।
पीएम मोदी भी कर चुके हैं ताडोबा की सराहना
ताडोबा-अंधारी व्याघ्र प्रकल्प की सफलता और नवाचारों की सराहना स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं। उन्होंने अपने प्रसिद्ध कार्यक्रम ‘मन की बात’ में दो बार इस प्रकल्प की चर्चा की है। खासतौर पर, उन्होंने मानव-पशु संघर्ष को कम करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक के उपयोग की सराहना की है।
सुधीर मुनगंटीवार ने इस प्रकल्प को देश के 50 प्रमुख पर्यटन स्थलों की सूची में शामिल करने की मांग करते हुए कहा कि ताडोबा न केवल पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीव पर्यटन का केंद्र है, बल्कि रोजगार और आर्थिक विकास की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यदि इसे सूची में स्थान दिया जाता है, तो इससे क्षेत्र का और भी विकास होगा तथा अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकेगा।