- एथेनॉल की मात्रा बढ़ने से बढ़ी समस्याएं
- पानी या नमी के संपर्क में द्रव में तब्दील हो रहा एथेनॉल
- इंजन की सफाई के बढ़े खर्च ने बढ़ाई वाहन चालकों की मुश्किलें
- पेट्रोल पंपों पर शिकायतें, जांच की प्रक्रिया जारी
- जानिए, क्या है एथेनॉल और इसके फायदे-नुकसान
चंद्रपुर जिले में पेट्रोलियम ऑयल कंपनियां पेट्रोल में 5% की जगह अब 10% एथेनॉल मिला रही हैं। हालांकि, एथेनॉल (Ethanol blending in petrol) के बढ़े मिश्रण से वाहन चालकों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पानी, नमी, या वाष्प के संपर्क में आने पर यह एथेनॉल द्रव में बदलकर वाहनों के इंजन को नुकसान पहुंचा रहा है।
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इस कारण वाहन मालिकों को बार-बार इंजन की सफाई करानी पड़ रही है, जिसका खर्च ₹80 से ₹100 तक हो रहा है। चंद्रपुर जिले के एक पेट्रोल पंप पर पानी मिलाने की शिकायत भी दर्ज की गई है, लेकिन पेट्रोल पंप संचालक इसे एथेनॉल मिश्रण से जुड़ी समस्या बता रहे हैं।
कंपनी की ओर से चंद्रपुर के 8-10 पेट्रोल पंपों पर एथेनॉल की मात्रा बढ़ी हुई पाई गई है, और इसकी जांच की जा रही है। स्थानीय निवासियों ने ग्राहक मंच का सहारा लेने की बात कही है।
एथेनॉल क्या है?
एथेनॉल एक बायो ईंधन है, जिसे गन्ने से तैयार किया जाता है। यह पर्यावरण के लिए सुरक्षित माना जाता है, क्योंकि इसके जलने से प्रदूषण नहीं होता। लेकिन, इसमें पानी को खींचने की विशेषता होती है, जो वाहनों के इंजन के लिए समस्या पैदा कर सकती है।
सरकार ने चीनी उद्योग को सहारा देने और पर्यावरण संरक्षण के लिए पेट्रोल में 10% एथेनॉल मिश्रण को अनिवार्य किया है। हालांकि, वाहन चालकों के लिए यह बदलाव परेशानी का सबब बन गया है।
वाहन चालकों को पेट्रोल भरवाते समय सतर्क रहने और किसी भी असामान्य समस्या की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को देने की सलाह दी गई है।