चंद्रपुर जिले में भाजपा के भीतर भी गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है। पालकमंत्री डॉ. प्रो. अशोक उईके के पहले दौरे के दौरान, पार्टी के गुटों के बीच दरारें स्पष्ट हो गईं। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सुधीर मुनगंटीवार के समर्थकों ने सरकारी विश्रामगृह में पालकमंत्री का स्वागत किया, जबकि विधायक किशोर जोरगेवार ने प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी सभागृह में सत्कार समारोह का आयोजन किया।
मुनगंटीवार समर्थकों का स्वागत कार्यक्रम और विरोधी गुट की अलग रणनीति
25 जनवरी को पालकमंत्री अशोक उईके चंद्रपुर दौरे पर पहुंचे। इस दौरान, मुनगंटीवार समर्थकों ने सरकारी विश्रामगृह में एक स्वागत समारोह आयोजित किया, जिसमें विधायक देवराव भोंगळे, जिला अध्यक्ष हरिश शर्मा, शहर अध्यक्ष राहुल पावडे समेत अन्य प्रमुख पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे।
वहीं, दूसरी ओर, प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी सभागृह में विधायक किशोर जोरगेवार के नेतृत्व में अलग सत्कार कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुनगंटीवार के विरोधी नेताओं ने शिरकत की। इनमें अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर, विधायक कीर्तीकुमार भांगडिया, करण देवतळे और पूर्व मंत्री शोभा फडणवीस शामिल थे।
गुटबाजी पर पालकमंत्री ने साधी चुप्पी
भाजपा में चल रही गुटबाजी पर सवाल पूछे जाने पर पालकमंत्री अशोक उईके ने हाथ जोड़कर मामले को टालने की कोशिश की। उन्होंने कहा, “मुझे किसी तरह की गुटबाजी नजर नहीं आई। सभी नेता एकजुट दिखे।” उन्होंने कहा कि जिले का माहौल खराब न हो, इस पर ध्यान देना जरूरी है।
भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण समय
यह साफ है कि जिले में भाजपा के भीतर बढ़ती गुटबाजी आने वाले समय में पार्टी के लिए चुनौती बन सकती है। पालकमंत्री अशोक उईके के लिए इस गुटबाजी को थामना एक मुश्किल काम होगा।
चंद्रपुर में भाजपा की स्थिति कांग्रेस जैसी होती नजर आ रही है, जहां गुटबाजी पार्टी को कमजोर कर रही है। यह भाजपा के स्थानीय नेतृत्व में समन्वय की कमी को दर्शाता है। आगामी चुनावों के मद्देनजर, यह विवाद पार्टी के चुनावी प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है। गुटबाजी के इस माहौल में शीर्ष नेतृत्व को सक्रिय हस्तक्षेप करना होगा।
