चंद्रपुर जिले में एक भीषण सड़क दुर्घटना में एक खुशहाल परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। अपने दादा के गांव जाते समय एक कार चालक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी, जिससे परिवार के दो मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। माता-पिता भी गंभीर रूप से घायल हो गए और अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। यह दर्दनाक हादसा गोंडपिपरी-धाबा मार्ग पर चेकसोमनपल्ली के पास हुआ, जिससे पूरे गॉंव में शोक की लहर दौड़ गई।
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मेला देखने निकला था परिवार, रास्ते में हुआ हादसा
मिली जानकारी के अनुसार, चंद्रपुर जिले के गोंडपिपरी तहसील के घडोली गांव निवासी सुधीर धरी (36) अपने परिवार के साथ खेती करके जीवनयापन करते थे। उनकी पत्नी शिवानी चौधरी (30) और दो बेटे – धीरज चौधरी (5) और वीरज चौधरी (2) थे। सुधीर चौधरी की ससुराल गोंडपिपरी तहसील के कुडेनांदगांव में थी।
धाबा में हर साल एक मेला आयोजित होता है। इस बार सुधीर चौधरी ने सोचा कि मेले के बहाने अपने ससुराल वालों से भी मुलाकात हो जाएगी और बच्चों को भी मेले का आनंद मिलेगा। इसी उद्देश्य से वह अपनी बाइक से घडोली से कुडेनांदगांव के लिए निकले थे। लेकिन जैसे ही वे चेकसोमनपल्ली के पास पहुंचे, एक कार ने उनकी बाइक को जबरदस्त टक्कर मार दी, जिससे पूरा परिवार सड़क पर गिर पड़ा और एक भयावह दुर्घटना हो गई।
एक बच्चे की मौके पर मौत, दूसरे ने अस्पताल जाते समय तोड़ा दम
दुर्घटना की जानकारी मिलते ही डॉ. किशोर पेंढारकर तुरंत एंबुलेंस लेकर घटनास्थल पर पहुंचे। जांच करने पर पता चला कि वीरज चौधरी (2) की मौके पर ही मौत हो गई थी। परिवार के अन्य तीन सदस्य बुरी तरह घायल थे। गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें तुरंत चंद्रपुर अस्पताल भेजा गया।
सुधीर चौधरी और उनकी पत्नी शिवानी चौधरी को गंभीर चोटें आई थीं। उनके दोनों पैर टूट चुके थे, और सिर पर गहरी चोट के कारण वे बेहोश हो गए थे। उनके बड़े बेटे धीरज चौधरी की हालत भी नाजुक थी, इसलिए उसे नागपुर रेफर किया गया। लेकिन दुर्भाग्यवश, नागपुर पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया।
माता-पिता को नहीं है अपने बच्चों की मौत की खबर
इस हादसे के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है। माता-पिता अभी भी बेहोश हैं और उन्हें यह पता नहीं कि उनके दोनों बेटे इस दुनिया में नहीं रहे। हादसे से पूरा घडोली गांव शोक में डूबा हुआ है।
शिक्षक चला रहा था कार, पुलिस कर रही जांच
जानकारी के अनुसार, जिस कार से यह हादसा हुआ, वह किरमीरी के एक आश्रमशाला (आश्रम स्कूल) के शिक्षक की थी, और वही कार चला रहा था। इस मामले की जांच पुलिस कर रही है।
यह दर्दनाक हादसा पूरे जिले के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ है। लोग दुखी हैं कि एक ही परिवार के दो मासूम बच्चों की जान चली गई और माता-पिता की हालत गंभीर है। अब सभी इस परिवार के बेहतर स्वास्थ्य की प्रार्थना कर रहे हैं।