MPDA के तहत बड़ी कार्रवाई, करोड़ों की काली कमाई करने वाला ‘जमीर उर्फ जम्मू’ अब भंडारा जेल में।
जानिए कैसे मामूली मजदूर से बना था गैंगस्टर
“ये कहानी है एक ऐसे आदमी की, जिसने गरीबी से उठकर बना काले साम्राज्य का बेताज बादशाह — सट्टा, रेत और शराब के धंधों का राजा — ‘जम्मू’। लेकिन अब MPDA का शिकंजा कस चुका है…
यवतमाल जिला कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी विकास मीना ने 9 जून को वणी के कुख्यात अपराधी जमीर उर्फ जम्मू खान महबूब खान के खिलाफ MPDA (महाराष्ट्र प्रिवेंशन ऑफ डेंजरस एक्टिविटीज) कानून के तहत कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया। इसके तुरंत बाद, वणी पुलिस ने जम्मू को हिरासत में लेकर भंडारा जिला जेल भेज दिया।
मोमिनपुरा निवासी जम्मू, रेत तस्करी, अवैध शराब बिक्री और अन्य गंभीर अपराधों में वांछित था। उसके खिलाफ वणी और आसपास के थानों में कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। पुलिस द्वारा उस पर बार-बार प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई, लेकिन उसके आपराधिक रवैये में कोई बदलाव नहीं आया।
MPDA कार्रवाई की पृष्ठभूमि:
उपविभागीय पुलिस अधिकारी गणेश किंद्रे के निर्देशन में थानेदार गोपाल उंबरकर ने जम्मू के खिलाफ MPDA प्रस्ताव तैयार किया। यह प्रस्ताव जिला पुलिस अधीक्षक कुमार चिंता और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीयूष जगताप को सौंपा गया। अनुमोदन मिलने के बाद, प्रस्ताव जिला दंडाधिकारी विकास मीना को प्रस्तुत किया गया। 9 जून को सुनवाई के दौरान, जिला मजिस्ट्रेट ने जम्मू के खिलाफ MPDA के तहत कार्रवाई का आदेश दिया।
गिरफ्तारी के बाद हड़कंप:
जम्मू की गिरफ्तारी के बाद वणी के आपराधिक गिरोहों और अवैध कारोबारियों के बीच हड़कंप मच गया है। वह वणी के रेत माफिया और सट्टा गिरोहों में अहम भूमिका निभाता था। उसकी गिरफ़्तारी को पुलिस की एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है।
मामूली मजदूर से करोड़पति तक का सफर:
जम्मू का अतीत बेहद साधारण रहा है। वह कभी रिश्तेदारों के यहां मामूली तनख्वाह पर काम करता था, लेकिन बीते कुछ सालों में वह करोड़ों की संपत्ति का मालिक बन बैठा। सट्टा कारोबार, रेत तस्करी, अवैध शराब का व्यापार, और अब निर्माण क्षेत्र में घुसपैठ — उसकी आर्थिक तरक्की की रफ्तार ने सभी को चौंका दिया है।
कानून का शिकंजा कसता हुआ:
MPDA जैसे सख्त कानून के तहत कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि पुलिस और प्रशासन अब अपराधियों के खिलाफ “ज़ीरो टॉलरेंस” नीति पर काम कर रहे हैं। जम्मू जैसे अपराधियों पर की गई यह कार्रवाई अन्य असामाजिक तत्वों के लिए स्पष्ट चेतावनी मानी जा रही है।
जम्मू की गिरफ्तारी केवल एक व्यक्ति पर कार्रवाई नहीं, बल्कि यह वणी के पूरे अवैध नेटवर्क को झटका देने वाली घटना है। प्रशासन द्वारा इस प्रकार की कठोर कार्रवाई यह दर्शाती है कि अब अपराध और अवैध कारोबार को राजनीतिक संरक्षण या डर की आड़ में फलने-फूलने नहीं दिया जाएगा।
