गडचांदूर नगर पालिका चुनाव के दौरान मंगलवार को एक बड़ा और चौंकाने वाला मामला सामने आया, जिसने प्रदेश की चुनावी प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आदर्श हिंदी विद्यालय के बूथ क्रमांक 2 पर सायं 5:20 बजे, मतदाता राम दुर्गे ने जैसे ही नगारा चुनाव चिन्ह का बटन दबाया, मशीन पर कमल प्रतीक की लाइट जल उठी। यह देखते ही मतदान केंद्र में मौजूद लोग हैरान रह गए और मतदाता दुर्गे का गुस्सा फूट पड़ा।
उन्होंने तुरंत इस गड़बड़ी की शिकायत मतदान अधिकारियों से की, लेकिन कुछ ही क्षणों में स्थिति बेकाबू हो गई। उत्तेजित दुर्गे ने पूरी EVM मशीन उठाकर जोर से जमीन पर पटक दी, जिससे मशीन टूट गई और बूथ पर हड़कंप मच गया।
भीड़ का फूटा गुस्सा — “ऐसी चुनाव प्रक्रिया का क्या मतलब?”
घटना के बाद बूथ पर मौजूद मतदाता भड़क उठे। नाराज़ लोगों ने “भाजपा मुर्दाबाद”, “लोकतंत्र खतरे में है” जैसे नारे लगाना शुरू कर दिए। भीड़ ने आरोप लगाया कि “जब हमारा वोट कहीं और जा रहा है, तो चुनाव का क्या औचित्य बचता है?”
मतदान केंद्र पर अफरातफरी मच गई और पुलिस को तुरंत हस्तक्षेप करना पड़ा। पोलिस ने दुर्गे को हिरासत में लिया, लेकिन दुर्गे बार-बार यही कहते रहे —
“मैंने नगारा पर वोट दिया, पर कमल जला! यह ठीक नहीं है। ऐसे ही पूरे केंद्रों पर हो रहा है।”
सुबह से ही EVM में गड़बड़ी — घंटों लाइन में खड़े रहे लोग
सुबह 7 बजे मतदान शांतिपूर्वक शुरू हुआ था, लेकिन कुछ समय बाद EVM मशीन में तकनीकी खराबी के कारण मतदान रोकना पड़ा। मशीन बंद होने से लंबी लाइनें लग गईं, और कई मतदाता परेशान हुए। बाद में मतदान पुनः शुरू किया गया, लेकिन शाम तक हालात फिर बिगड़ गए।
दूसरा जोरदार झटका — मतदाता का वोट पहले ही डाल दिया गया था!
इसी बीच एक दूसरा गंभीर मामला भी सामने आया। प्रभाग क्रमांक 4, बूथ अनुक्रमांक 71, कक्ष संख्या 03 पर रहने वाले मतदाता संतोष जगन्नाथ टोंगे जब वोट डालने पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि उनका वोट पहले ही दर्ज हो चुका है।
यह सुनकर टोंगे स्तब्ध रह गए। नियमों के अनुसार बाद में उन्हें टेंडर वोट (छापी वोट) के माध्यम से मतदान करने दिया गया।
टोंगे ने रोष व्यक्त करते हुए कहा —
“मेरे मतदान के अधिकार को छीन लिया गया। लोकतंत्र में यह बेहद खतरनाक बात है।”
जोनल अधिकारी दीप्ति तेलंग ने पुष्टि की कि टोंगे का टेंडर वोट लिया गया है और आगे की कार्रवाई चुनाव आयोग के स्तर पर होगी।
चुनावी प्रक्रिया पर बड़ा सवाल – विपक्ष ने जांच की मांग की
घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने सभी मतदान केंद्रों की तत्काल जांच की मांग उठाई है।
ईवीएम मशीनें बूथ पर टूटी अवस्था में पड़ी रहीं और मतदान अधिकारी भी दहशत में नजर आए। कोई भी अधिकारी मामले पर खुलकर बयान देने को तैयार नहीं है।
