प्रभाग 9 के आदर्श हिंदी सेमी इंग्लिश प्राइमरी स्कूल में घटना; मतदाता ने ‘नगारा’ बटन दबाने पर ‘कमल’ का लाइट जलने का आरोप लगाकर फोड़ी EVM; रिहाई की मांग को लेकर मतदाताओं की भीड़
चंद्रपुर जिले के गडचांदूर नगरपरिषद चुनाव में मंगलवार को मतदान के दौरान उस समय सनसनी फैल गई, जब एक मतदाता ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) तोड़ दी। घटना प्रभाग क्रमांक 9 के आदर्श हिंदी सेमी इंग्लिश प्राथमिक विद्यालय के मतदान केंद्र में घटी। आरोपी मतदाता की पहचान राम दुर्गे के रूप में हुई है, जिसे पुलिस ने मौके पर ही हिरासत में ले लिया और बाद में आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार कर लिया।
EVM पर गड़बड़ी का आरोप और अचानक मशीन तोड़फोड़
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, राम दुर्गे मतदान के लिए बूथ में गया और कथित रूप से ‘नगारा’ चुनाव चिन्ह पर बटन दबाया, लेकिन उसके सामने लगे इंडिकेटर की जगह ‘कमल’ चिन्ह का लाइट जल उठी।
इसी पर आक्रोशित होकर उसने मशीन को जोर से पटक कर तोड़ दिया।
घटना के बाद मतदान केंद्र में अफरा-तफरी मच गई। मतदान प्रक्रिया कुछ समय के लिए रोकनी पड़ी और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई।
मतदान अधिकारियों ने तुरंत मशीन को सील कर नई EVM से मतदान शुरू कराया। घटना की सूचना मिलते ही गडचांदूर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, आरोपी गिरफ्तार
गडचांदूर पुलिस स्टेशन ने राम दुर्गे के खिलाफ EVM तोड़फोड़, चुनाव प्रक्रिया में बाधा और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसे धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
आरोपी को थाने लाया गया, जहां आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू की गई।
मतदाताओं की पुलिस स्टेशन पर भीड़ — “राम नहीं चूका, EVM चूकी”
अद्भुत रूप से, इस मामले के बाद स्थानीय मतदाता आरोपी के समर्थन में उतर आए।
मंगलवार देर रात लगभग 10 बजे तक बड़ी संख्या में मतदाता गडचांदूर पुलिस स्टेशन के बाहर इकट्ठा रहे।
भीड़ का कहना था कि “राम दुर्गे नहीं चूका, EVM चूकी है” और उसे तुरंत रिहा किया जाना चाहिए।
लोगों ने आरोप लगाया कि मशीन ठीक से काम नहीं कर रही थी और राम दुर्गे ने गड़बड़ी देखकर ही आक्रोश में प्रतिक्रिया दी।
पुलिस ने भीड़ को समझाने का प्रयास किया तथा शांति बनाए रखने की अपील की। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद स्थिति को नियंत्रण में लिया गया।
चुनाव आयोग ने कराया पंचनामा, जांच जारी
चुनाव आयोग की टीम ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा तैयार किया और क्षतिग्रस्त EVM को जब्त कर जांच के लिए भेजा।
प्रारंभिक जांच में मशीन में कोई तकनीकी त्रुटि थी या मतदाता की गलती — इसका आधिकारिक बयान अभी तक जारी नहीं हुआ है।
घटना ने उठाए चुनावी प्रक्रिया पर सवाल
गडचांदूर की यह घटना नगरपरिषद चुनाव के बीच EVM की विश्वसनीयता को लेकर एक बार फिर बहस को हवा दे रही है।
स्थानीय राजनीतिक हलकों में यह चर्चा का प्रमुख विषय बन गया है कि क्या मशीन में गड़बड़ी थी या मतदाता द्वारा गलतफहमी में की गई कार्रवाई?
